Intermitten Fast Pros & Cons: भारती सिंह द्वारा अपनाए गए इस डाइट टेक्नीक के हैं फायदे और नुकसान, पहले जान लें

Intermitten Fast Pros & Cons: एक समय था जब डायटिंग को लेकर लोगों में गजब का क्रेज था। वो तो आज भी है लेकिन अब हर कोई इसके पीछे पागल नहीं है। लेटेस्ट हेल्थ ट्रेंड की बात करें तो इन दिनों आंतरायिक उपवास (Intermitten Fast) लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि, अभी भी बहुत से लोग इससे अनजान हैं।

इंटरमिटेन फास्ट क्या होता है?

आंतरायिक उपवास यानी इंटरमिटेन फास्ट के कई रूप हैं, जिसमें 16/8 विधि शामिल है। इस दौरान आप 16 घंटे उपवास करते हैं और आठ घंटे की अवधि के दौरान खाते हैं। तो कुछ लोग 5:2 को फॉलो करते हैं। इसमें आप पांच दिनों तक सामान्य रूप से खाते हैं, जो भी आपका पसंदीदा भोजन हो वो सब और दो गैर-लगातार दिनों के लिए कैलोरी को 500-600 तक सीमित करते हैं। यह एक अन्य लोकप्रिय IF की विधि है।

जिन लोगों ने इसे फॉलो किया है, उनका दावा है कि इससे वजन कम हो सकता है, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है, साथ अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। हालांकि, इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रभावों पर अभी भी शोध जारी है जानकारों के मुताबिक यह हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इंटरमिटेन फास्ट के भी कुछ फायदे हैं, तो कुछ नुकसान।

इंटरमिटेन फास्ट के फायदे-

1. वजन कम होना

इंटरमिटेन फास्ट के सबसे चर्चित लाभों में से एक है वजन का कम होना, जिसकी वजह से इस टेक्नीक ने काफी जल्दी लोकप्रियता हासिल कर ली है। इसलिए इंटरमिटेन फास्ट के दौरान आप सबकुछ खाते हैं, लेकिन उस समय को सीमित करके, जिससे आपके शरीर में कम कैलोरी पहुंचती है और वजन कम हो सकता है।

2. इंसुलिन संवेदनशील

इंटरमिटेन फास्ट की टेक्नीक इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार कर सकती है, खासकर टाइप 2 मधुमेह के जोखिम वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। जब आप खाते हैं, तो आपका शरीर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए इंसुलिन जारी करता है। बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता के साथ, आपका शरीर ब्लड शुगर लेवल को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में सक्षम होता है और अतिरिक्त फैट जमा करने की संभावना भी कम हो सकती है।

3. अन्य संभावित स्वास्थ्य लाभ

कुछ शोध बताते हैं कि इंटरमिटेन फास्ट के अन्य स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, जैसे कि सूजन को कम करना, हार्ट हेल्थ में सुधार और बॉडी को एक्टिव रखना। हालांकि, इन संभावित लाभों की पुष्टि के लिए अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।

इंटरमिटेन फास्ट के नुकसान-

1. भूख और कम ऊर्जा

इस डाइट टेक्नीक की मुख्य कमियों में से एक यह है कि इसपर टिके रह पाना मुश्किल हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो बिना खाए लंबे समय तक नहीं रह सकते। इससे भूख और कम ऊर्जा की भावना पैदा हो सकती है, जिसके चलते आपका सारा ध्यान भूख पर केंद्रित रहता है और आपके लिए कुछ और कर पाना मुश्किल हो जाता है।

2. पोषक तत्वों की कमी

इंटरमिटेन फास्ट का मतलब हैं कि कम समय के लिए खाएं, लेकिन सब खाएं। ऐसे में अगर आप घंटों के उपवास के बाद भी खाने में परहेजी करते हैं तो इससे आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी का खतरा हो सकता है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपको फलों, सब्जियों, प्रोटीन और हेल्दी फैट सहित विभिन्न आहारों से पर्याप्त पोषक तत्व मिल रहे हैं।

3. सभी के लिए उपयुक्त नहीं है

इंटरमिटेन फास्ट सभी के लिए ठीक नहीं हो सकता है। खासरको जिनकी मेडिकल हिस्ट्री हो या फिर प्रेग्नेंसी और स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी इनमें शामिल हैं। कोई भी नया डाइट या वर्कआउट शुरू करने से पहले हेल्थ प्रोफेशनल से बात करना जरूरी है।