7.2 लाख गाड़ियों का वेटिंग पीरियड एक साल तक बढ़ा:प्रोडक्शन कम और डिमांड ज्यादा, मारुति के 3.7 लाख, महिंद्रा के 2 लाख ग्राहकों को डिलीवरी का इंतजार

ज्यादातर कार कंपनियां समय पर डिलीवरी नहीं दे पा रही हैं। फरवरी 2024 तक कंपनियों को 7 से 7.2 लाख गाड़ियां डिलीवर करनी हैं, लेकिन कुछ मॉडलों का वेटिंग पीरियड एक साल तक पहुंच गया है।

मारुति सुजुकी फरवरी में सिर्फ 700 मिडसाइज सेडान बना सकी। बीते महीने कंपनी 792 सियाज ही बेच पाई, जो सालाना आधार पर इसकी बिक्री में 58.5% गिरावट दर्शाता है।

मारुति को करनी है 3.69 लाख गाड़ियों की बुकिंग
मारुति सुजुकी के सीईओ (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘कंपनी मार्च में कितनी गाड़ियां बना पाएगी, ये साफ नहीं है।’ सात लाख से ज्यादा गाड़ियों की ओपन बुकिंग में से 3.69 लाख अकेले मारुति सुजुकी को डिलीवर करनी हैं।

महिंद्रा के पास 2 और टाटा के पास सवा लाख गाड़ियों की बुकिंग
ऑटो डीलरों के संगठन फाडा के प्रेसिडेंट मनीष राज सिंघानिया ने बताया, ‘महिंद्रा एंड महिंद्रा के पास 2 लाख से ज्यादा, टाटा मोटर्स के पास 1 से 1.25 लाख गाड़ियों के लिए ओपन बुकिंग है। सिंघानिया के मुताबिक, हाई-एंड मॉडलों के लिए बुकिंग की बाढ़ आ गई है।

जनवरी में गाड़ियों के रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन हुए। टाटा मोटर्स सहित कुछ कंपनियों ने सेमी कंडक्टर की कमी को कुशलता से संभाला है। पर सभी ऐसा नहीं कर पाईं।

फरवरी में सबसे ज्यादा 3.35 लाख कारों की बिक्री
देश में गाड़ियों की मांग लगातार बढ़ रही है। फरवरी में 3.35 लाख से ज्यादा पैसेंजर व्हीकल्स (मुख्य रूप से कारें) डीलरों को डिस्पैच की गई। बीते साल फरवरी में डिस्पैच की गई कारों के मुकाबले ये 11% ज्यादा है। ये किसी भी साल फरवरी में बिकी कारों की सबसे ज्यादा संख्या है। बीते माह मारुति सुजुकी, ह्युंडई, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री 11 फीसदी तक बढ़ी है।