कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट की आंसर-की जारी:4 अप्रैल तक दर्ज करा सकेंगे आपत्ति, सिलेक्ट होने पर 17 विभागों में कर सकेंगे अप्लाई

राजस्थान के लाखों युवाओं का इंतजार खत्म हो गया है। सीनियर सेकेंडरी स्तर के कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी CET की आंसर की जारी हो गई है। किसी भी अभ्यर्थी को अगर परीक्षा में आए किसी सवाल या फिर जवाब पर आपत्ति है। तो वह आज से 4 अप्रैल तक राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकेंगे। हालांकि इस दौरान प्रत्येक आपत्ति पर उम्मीदवार को 100 रुपए का शुल्क देना होगा।

दरअसल, 4 फरवरी 5 फरवरी और 11 फरवरी को प्रदेश के 11 जिलों में समान पात्रता परीक्षा आयोजित कराई गई थी। 6 पारियों में हुई इस भर्ती परीक्षा में कुल 16 लाख 33 हजार 631 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे। इनमें से 72.49 फ़ीसदी अपना भाग्य आजमाने के लिए परीक्षा में शामिल हुए।

परीक्षा के लिए सीनियर सेकेंडरी लेवल यानी 12वीं पास होना अनिवार्य किया गया था। साथ ही कुछ पदों के लिए कंप्यूटर डिप्लोमा भी मांगा गया। परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थी वनपाल, छात्रावास अधीक्षक, कनिष्ठ सहायक, लिपिक ग्रेड-2, जमादार ग्रेड-2 और कांस्टेबल के लिए होने वाली भर्तियों के लिए पात्र होंगे।

बता दें कि सीनियर सेकेंडरी स्तर के कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी CET के पहले दिन 4 फरवरी को पहली पारी में 70.36 फीसदी और दूसरी पारी में 73.09 फीसदी उपस्थिति रही थी। दूसरे दिन 5 फरवरी को पहली पारी में 71.85 और दूसरी पारी में 73.70 फीसदी रही। जबकि 11 फरवरी को पहली पारी में 71.54 फीसदी और दूसरी पारी में 74.38 फीसदी अभ्यर्थी मौजूद रहे थे।

CET के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी

  • CET में आने वाले अंकों को सार्वजनिक किया जाएगा। परीक्षा में किसी तरह का कोई पासिंग मॉर्क्स नहीं होगा। बल्कि किसी पद विशेष की भर्ती के समय इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर आवेदन पत्र आमंत्रित किया जाएगा।
  • इस परीक्षा की वैधता 1 साल के लिए रहेगी। ऐसे में अभ्यर्थी एक बार परीक्षा देने के बाद 1 साल तक उन्हीं अंकों के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है।
  • इस परीक्षा में बैठने के लिए किसी तरह की कोई सीमा नहीं होगी। जितनी बार चाहें उतनी बार यह परीक्षा दे सकते हैं।
  • CET के लिए आयु एवं अन्य मापदंड के संबंध में राज्य में पहले से चल रहे आरक्षण नियम ही लागू होंगे।
  • ये सिर्फ एक पात्रता परीक्षा होगी, इस आधार पर किसी व्यक्ति को नौकरी देने के लिए आयोग मजबूर नहीं होगा।