प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सिविल सर्विस डे पर दिल्ली के विज्ञान भवन जाएंगे। यहां वे सुबह 11 बजे IAS अधिकारियों को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वे अच्छा काम करने वाले ऑफिसर्स को पुरस्कार भी देंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने देश के विकास में सिविल सेवकों के योगदान की लगातार तारीफ की है। उन्हें और भी ज्यादा मेहनत करने के लिए उत्साहित किया है। इस कार्यक्रम से पीएम मोदी देश भर के सिविल सेवकों का उत्साह बढ़ाएंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे, जिससे वे अमृत काल के दौरान समान उत्साह के साथ देश की सेवा कर सकें।
पहली बार 2006 में विज्ञान भवन में हुआ था कार्यक्रम
हर साल 21 अप्रैल को भारत में राष्ट्रीय सिविल सर्विस डे मनाया जाता है। विज्ञान भवन में यह कार्यक्रम पहली बार 21 अप्रैल 2006 को आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम देश के कई सार्वजनिक विभागों में काम कर रहे सभी अधिकारियों की सराहना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, जो भारत की प्रशासनिक मशीनरी को चलाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। यह सिविल सेवकों के लिए खुद को नागरिकों के लिए समर्पित करने का एक अवसर है।
1947 से मनाया जा रहा है नेशनल सिविल सर्विस डे
स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने 21 अप्रैल 1947 के दिन दिल्ली के मेटकाफ हाउस में प्रशासनिक सेवा के प्रोबेशनर्स अधिकारियों को संबोधित किया था। पटेल ने अपने भाषण में सिविल सेवकों को ‘स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया’ बताया था। तभी से हर साल 21 अप्रैल को नेशनल सिविल सर्विस डे मनाया जाता है।