कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन NCP चीफ के पद से शरद पवार के इस्तीफे से खुश नहीं हैं। दोनों ने शरद पवार की बेटी और NCP सांसद सुप्रिया सुले को फोन करके उनसे कहा है कि वे अपने पिता को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाएं। NCP सदस्यों के मुताबिक, राहुल और स्टालिन ने मंगलवार को शरद पवार के ऐलान के कुछ घंटों के अंदर ही सुले को फोन किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NCP सदस्यों ने बताया कि राहुल और स्टालिन दोनों ही यह जानना चाहते थे कि पवार ने पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने का फैसला क्यों किया है। उनका कहना था कि पवार को अपने फैसले के बारे में फिर से सोचना चाहिए। उन्होंने बताया कि शरद पवार के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद कई गैर-भाजपा पार्टियों के नेताओं ने कहा कि अगले लोकसभा चुनावों तक पवार को पार्टी अध्यक्ष बने रहना चाहिए।
शरद पवार पर इस्तीफा वापस लेने का भारी दवाब
बुधवार को पवार ने कहा कि इस्तीफा वापस लेने के लिए उन पर भारी दबाव है। 82 साल के NCP चीफ शरद पवार ने मंगलवार को जब इस्तीफे का ऐलान किया, उसके बाद से ही पार्टी कार्यकर्ता उनके फैसले का विरोध कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं की मांग है कि शरद पवार अपना फैसला वापस लें। हालांकि, उनके भतीजे अजित ने कहा कि साहब का फैसला पलटता नहीं है।
नया अध्यक्ष बनाने को लेकर 5 सदस्यीय कमेटी की मीटिंग हुई
शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान के एक दिन बाद जितेंद्र आव्हाड ने भी महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विधायक अनिल पाटिल ने भी शरद पवार को त्यागपत्र भेजा। सूत्रों के मुताबिक, अभी कई और इस्तीफे हो सकते हैं।
वहीं, बुधवार को मुंबई के यशवंत राव चव्हाण सेंटर में 15 सदस्यीय कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें पार्टी के नए अध्यक्ष बनाने को लेकर चर्चा की गई। अध्यक्ष की दौड़ में अजित पवार, सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल का नाम आगे चल रहा है। हालांकि प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि वे अध्यक्ष पद के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें पार्टी ने पहले ही बड़ी जिम्मेदारी दी है, इसलिए वे मुंगेरी लाल के हसीन सपने नहीं देख रहे।