’52 गज का दामन’ फेम रेणुका पवार का इंटरव्यू:सिंगर बोलीं- ऑटो से जाती थी ऑडिशन देने, स्टेज गायकी पर लोग करते थे कमेंट

हरियाणवी गायकी से दुनियाभर में पहचान बना चुकी यूपी की बेटी रेणुका पवार जब गाती हैं तो हर कदम थिरकते हैं। रेणुका ने गायकी की शुरुआत तो “सुन सोनियो” से की। लेकिन उन्हें 52 गज का दामन… गाने से फेम मिला। यूट्यूब पर इसे 150 करोड़ से ज्यादा व्यू मिल चुके हैं। छोटी सी उम्र में न्यूयार्क के टाइम्स स्कवायर तक पहुंचकर फेम पाने वाली रेणुका की लाइफ संघर्ष से लिखी एक मोटी किताब है।

रेणुका बागपत के खेकड़ा गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने कहा, अपनी कामयाबी के पीछे का स्ट्रगल बताने लगी तो एक दिन भी छोटा पड़ जाएगा। लेकिन मेरे संघर्ष के किस्से खत्म नहीं होंगे। शुक्रवार को नौचंदी मेले में परफार्मेंस देने सिंगर रेणुका पवार पहुंची और अपने गानों से धमाल मचाया।

सवाल- खेकड़ा से निकलकर वर्ल्डफेम आर्टिस्ट बनना कितना चैलेंजिंग था?
जवाब- 
ये आसान नहीं था। काफी मेहनत करना पड़ा। क्योंकि छोटे जगहों पर स्टेज गायकी को उतना अच्छा नहीं माना जाता। जब भी हम किसी नई फील्ड में आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, तो लोग बहुत सारे एग्जाम्पल देते हैं। वहां मत जाओ, वो लाइन बेकार है। मेरे साथ भी ऐसा हुआ। लोगों ने मुझे बहुत रोका, कई तरह की बातें बताई कि गायकी में करियर नहीं है, पैसा नहीं मिलेगा।

हजारों सिंगर देश में हैं और तुम कैसे सर्वाइव कर पाओगी। लेकिन मेरे परिवार, भाई ने फुल सपोर्ट किया। हमने अपने सच्चे और अच्छे दिल से काम किया और हमारी मेहनत रंग लाई। मेहनत पर भरोसा रखो, कोई गलत काम मत करो जिससे आपके परिवार को झुकना पड़े। अच्छे रास्ते से जाएं ताकि आपके परिवार को कहीं झुकना न पड़े।

सवाल- स्ट्रगल टाइम की चीजें जो भावुक करती हैं?
जवाब- 
मेरी अब तक की जर्नी ही ऐसी है। मैंने अपनी लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया है। छोटी सी जगह से निकली हूं। वहां लोगों की सोच, माहौल सबसे जूझना बहुत मुश्किल था। कई बार ऐसा हुआ कि रिकार्डिंग पर जाना है और रास्ते में बारिश हो गई तो पूरा भीगते हुए स्टूडियो पहुंची। वहां गीले कपड़ों में भी ऑडिशन रूम में पहुंच गई। आने-जाने का साधन नहीं तो ऑटो में बैठकर जाती थी। जब पुरानी बातें याद आती हैं तो भावुक हो जाती हूं।

सवाल- छोटे शहरों की लड़कियों के सामने तमाम चैलेंज हैं, क्या कहेंगी?
जवाब- 
जरूरी नहीं है कि सभी को इसी फील्ड में आना है। हर लड़की के अपने अलग-अलग सपने हैं। अपने सपनों के बारे में परिवार से बात करें। उन्हें बताएं कि आप जाे कर रही हैं वो सही है। जब आप परिवार से बात करते हैं तो परिवार भी आपको सपोर्ट करता है।

अगर फैमिली आपको सपोर्ट नहीं भी करे तो परिवार के खिलाफ जाकर गलत रास्ते पर न जाएं। आप उन्हें बताएं कि आप जो कर रही हैं वो गलत नहीं है। जो करें अच्छे से करें और पूरी मेहनत से करें। एक न एक दिन आपको अपनी मंजिल जरूर मिलेगी।

सवाल- बृजभूषण सिंह पर पहलवान आरोप लगा रही हैं, क्या कहेंगी?
जवाब- 
महिला पहलवानों का मुद्दा क्या है मुझे नहीं पता है। जब मुझे उसकी जानकारी नहीं है तो मैं उस पर कमेंट नहीं कर सकती। मैं अपनी छोटी सी लाइन में बहुत खुश हूं। मेरी आर्टिस्ट की लाइन है। इस पर कुछ नहीं कह सकती। क्योंकि आजकल दौर ऐसा है कि हम जो भी बोलते हैं वो पता नहीं किसको चुभ जाए, किसको बुरा लग जाए, कह नहीं सकते।

सवाल- क्लासिकल म्यूजिक में कितना शौक रखती हैं?
जवाब- 
मेरा सपना था क्लासिकल म्यूजिक सीखना। शाास्त्रीय संगीत को सीखना चाहती हूं। लेकिन जब मैं क्लासिकल म्यूजिक सीखना चाहती थी, तब मौका नहीं मिल सका। अब मौका मिल रहा है तो समय नहीं दे पा रही। लेकिन शास्त्रीय संगीत पर भी फोकस रहेगा।

सवाल-फ्यूचर प्रोजेक्ट्स क्या होंगे?
जवाब- 
कुछ नए प्रोजेक्टस पर काम कर रही हूं। बालीवुड के भी दो प्रोजेक्ट हैं, जिस पर काम कर रही हूं। मेरी गायकी के लिए लोग मुझे पसंद करते हैं, उसी से जुड़ा मैने नौचंदी मेले में सुनाया है।

सवाल- आजकल प्रांजल दहिया आपके साथ नहीं हैं, खास वजह?
जवाब- 
इस पर मैं कुछ नहीं बोलना चाहती, प्लीज ये मत पूछिए।