दिल्ली में बाइक टैक्सी बैन पर SC में सुनवाई:हाईकोर्ट ने एग्रीगेटर्स को सेवाएं जारी रखने का फैसला दिया था, सरकार ने इसे चुनौती दी

दिल्ली सरकार ने फरवरी 2023 में राजधानी में बाइक टैक्सी पर तत्काल प्रभाव से बैन लगा दिया था। कैब एग्रीगेटर्स ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।

मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इस मामले में अंतिम नीति आने तक एग्रीगेटर्स को सेवाएं जारी रखने का फैसला दिया था।

दिल्ली सरकार ने 26 मई को हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने चुनौती दी थी, जिस पर आज सुनवाई होगी। जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस राजेश बिंदल की वेकेशन बेंच मामले की सुनवाई कर रही है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए एडवोकेट मनीष वशिष्ठ ने कहा था हाईकोर्ट का फैसला उचित नहीं है। यह एग्रीगेटर्स की रिट याचिका स्वीकार करने जैसा है।

सरकार ने बाइक टैक्सी क्यों बैन की
बाइक टैक्सी को बैन करने के पीछे दिल्ली सरकार का तर्क है कि टैक्सी के तौर पर सिर्फ कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन वाले व्हीकल्स का ही इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि टैक्सी के तौर पर चल रही बाइक्स कॉमर्शियल नहीं प्राइवेट रजिस्ट्रेशन वाले हैं।

केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया था कि टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर एग्रीगेटर्स के लिए सरकार जल्द ही एक नई पॉलिसी लेकर आएगी।

इससे पहले परिवहन मंत्रालय ने एग्रीगेटर्स को बाइक टैक्सी के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा करना 1988 के मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर 1 लाख रुपए तक का जुर्माना लग सकता है।

20 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दे सकता है बाइक टैक्सी का बाजार
2015 के बाद से देश में बाइक टैक्सी सर्विस देने वाले स्टार्टअप्स की शुरुआत हुई। 2017 तक 40 कंपनियां इस फील्ड में उतर चुकी थीं। हालांकि बड़े प्लेयर्स ओला बाइक, उबर मोटो और रैपिडो ही रहे। ओला मोबिलिटी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का दावा है कि बाइक टैक्सी का मार्केट 33 हजार करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू पैदा कर सकता है और 20 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दे सकता है।

इतना बड़ा बाजार…मगर इसको लेकर नियम अब तक स्पष्ट नहीं इतनी बड़ी संभावनाएं होने के बाद भी देश में बाइक टैक्सी को लेकर रूल्स और रेगुलेशन स्पष्ट नहीं हैं। समझिए…केंद्र ने कब बाइक टैक्सी को परमिशन दी और इसके तहत क्या-क्या शामिल है।

दूसरे देशों में जारी है बाइक टैक्सी
दुनियाभर के कई देशों में बाइक टैक्सी चलाने की अनुमति है। मैक्सिको, कोलंबिया और ब्राजील जैसे लैटिन अमेरिकन देशों में तो बाइक टैक्सी काफी लोकप्रिय है। ब्राजील के ज्यादातर शहरो में ये सर्विस चल रही है। ब्राजील में मोटो टैक्सी के नाम से बाइक टैक्सी चलती है।

ड्राइवर्स को हेलमेट और वेस्ट के पीले रंग से पहचाना जाता है। कंबोडिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे साउथ-ईस्ट एशियन देशों में भी बाइक टैक्सी काफी चलती हैं। इनके फेमस होने की वजह इनका सस्ता होना और कम समय लेना है।

ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया में ‘गोजेक’ जैसे एग्रीगेटर्स की एंट्री ने बाइक टैक्सी के सेक्टर को कानूनी शक्ल देने में मदद की है। थाईलैंड में बाइक टैक्सी मार्केट सालों से है, वहां 2005 में ही इसके लिए रेगुलेशंस बन गए थे।