टेस्ला को टैक्स में छूट नहीं देगी सरकार:रेवेन्यू सेक्रेटरी बोले- मंत्रालय विचार नहीं कर रहा; भारत को एक्सपोर्ट हब बनाना चाहती है EV कंपनी

एलन मस्क की EV बनाने वाली कंपनी टेस्ला को भारत में कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए सरकार किसी भी प्रकार के टैक्स में छूट नहीं देगी। गुरुवार को रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने कहा, ‘टेस्ला को टैक्स में छूट देने के लिए वित्त मंत्रालय अभी एक्टिव रूप से विचार नहीं कर रहा है।’

दरअसल, बीते दिन खबर आई थी कि टेस्ला भारत सरकार से देश में खुद की सप्लाई चेन स्थापित करने और टैक्स में छूट को लेकर चर्चा की है। इससे पहले पिछले साल भी टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।

टेस्ला भारत को कार एक्सपोर्ट हब बनाना चाहती है
बिजनेस टुडे ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि टेस्ला इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों में कार भेजने के लिए भारत को कार एक्सपोर्ट हब बनाना चाहती है। हालांकि, टेस्ला या सरकार ने इसके बारे में अभी तक ऑफिशियल तौर पर कोई भी जानकारी नहीं दी है।

भारत में ₹20 लाख में टेस्ला की कार आएगी
रॉयटर्स के अनुसार, टेस्ला भारत में प्लांट लगाकर हर साल 5 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना चाहती है। इसके साथ ही कंपनी भारत में 20 लाख रुपए की कीमत में इलेक्ट्रिक कार लेकर आएगी।

टेस्ला की सबसे सस्ती कार है मॉडल 3
अमेरिकन मार्केट में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं। इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं। इनमें मॉडल 3 सबसे सस्ती कार है। अमेरिका में इसकी कीमत 32,740 डॉलर (करीब 26.87 लाख रुपए) है। ये कार एक बार फुल चार्ज करने पर 535 किलोमीटर चलती है।

पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे एलन मस्क
पिछले महीने एलन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी से न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी। PM मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला के भारत आने की टाइमलाइन के बारे में पूछे जाने पर मस्क ने कहा था, ‘मुझे विश्वास है कि टेस्ला जल्द भारत में होगी।’

मस्क अगले साल यानी 2024 में भारत भी आने वाले हैं।

टेस्ला और सरकार के बीच नहीं बनी थी बात

  • पिछले साल टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।
  • कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है।
  • सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि, मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा।
  • 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने कहा था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है।’