मेरठ में वाहनों पर लगने वाली फर्जी हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट की फैक्ट्री, तीन गिरफ्तार

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के साथ ही राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार वाहन चोरों पर शिकंजा कसने के साथ वाहन मालिकों को तमाम परेशानी से उबारने के लिए  हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट (एचएसआरपी) लगवा रही है। इसके लिए वाहन मालिकों को क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) ऑफिस में पंजीकरण कराना होता है और इसके बाद उनको हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट उपलब्ध कराई जाती है। मेरठ में तो समानांनतर सरकार चल रही है। यहां पर शनिवार को बड़ी संख्या में हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट मिली हैं। इसकी फैक्ट्री में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

मेरठ में दो तथा चार पहिया वाहनों की फर्जी हाईसिक्योरिटी नम्बर प्लेट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है। यहां पर छापे के दौरान पुलिस को 500 से ज्यादा नम्बर प्लेट मिली हैं। पुलिस ने फैक्ट्री में मिले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यहां पर नम्बर प्लेट बनाने के लिए दिल्ली से कच्चा माल आता थे। इसके बाद मेरठ में यह लोग डाई से प्लेट छापते थे। इस प्लेट पर सिर्फ बारकोड नहीं होता था। यहां से शहर के दुकानदारों को सप्लाई होती थी। मेरठ में सिविल लाइन पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने टीम के साथ शुक्रवार रात मोहनपुरी में एक फैक्ट्री पर छापा मारा था।

यहां फर्जी हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट बन रही थीं। इस दौरान करीब 500 नम्बर प्लेट तैयार थीं जबकि वहां पर 50 अर्धनिर्मित प्लेट, 300 से ज्यादा खाली प्लेट, हाईड्रोलिक मशीन, डाई, पेस्टिंग मशीन, होलोग्राम आदि बरामद हुए हैं। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक तनुज अग्रवाल निवासी सम्राट पैलेस व श्रीराम निवासी मोहन पुरी को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सदर बाजार थाना पुलिस ने थापरनगर गुरुद्वारे के पास फर्जी ढंग से हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट बेचने में संदीप को गिरफ्तार किया है। यहां पर 12 नंबर प्लेट बरामद हुई हैं। अब उसके साथी वसीम की तलाश हो रही है। यह गैंग अब तक बीस हजार से ज्यादा वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगा चुका है।

एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि सिविल लाइन पुलिस ने नई मोहनपुरी में छापा मारकर फर्जी नंबर प्लेट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी। मौके से सम्राट पैलेस कालोनी निवासी अनुज अग्रवाल और पुरानी मोहनपुरी निवासी राज को गिरफ्तार कर लिया। फैक्ट्री के अंदर से सात सौ से ज्यादा फर्जी नंबर प्लेट बरामद की। अनुज अग्रवाल की निशानदेही पर सदर बाजार पुलिस ने थापरनगर में छापा मारा, जहां से आरोपित संदीप को गिरफ्तार कर तीन सौ से ज्यादा फर्जी नंबर प्लेट बरामद की। एसपी सिटी ने बताया कि एक नंबर प्लेट की कीमत पांच सौ से आठ सौ रुपये तक वसूली जा रही थी।

जांच में पता चला कि इनमें आरटीओ का बारकोड नहीं है। हालांकि होलोग्राम लगाया गया है। पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि पिछले कई दिनों से फर्जी प्लेट बनाने का काम कर रहे हैं। मेरठ के अलावा अन्य शहरों में भी प्लेट बेची जा रही हैं। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि शहर की अन्य कालोनियों में भी फर्जी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने का काम चल रहा है। पांच थानों की पुलिस लगाकर संयुक्त रूप से छापेमारी की जा रही है।