इमरान खान को जेल में स्लो-पॉइजन दिया जा सकता है:उनके वकील का दावा- जेल में उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी जा रही

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के वकील नईम पंजुथा ने 3 अक्टूबर को पूर्व PM की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने दावा किया है कि इमरान खान को जेल में मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके आंदोलन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्हें जेल में खाने में स्लो पॉइजन देकर मारा जा सकता है।

जेल में इमरान को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा: पंजुथा
पंजुथा ने कहा कि इमरान खान को 2 अक्टूबर की रात को रावलपिंडी की अडियाला जेल की एक लोअर क्लास सेल में भेज दिया गया। कोर्ट के आदेश के बाद 26 सितंबर को पूर्व PM को यहां अटक जेल से शिफ्ट किया गया था। उनके सेल के बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्हें तोड़ने के प्रयास में नए तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

नईम पंजुथा ने कहा, ‘मैंने जेल में इमरान खान की स्थिति जानने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिस पर 5 अक्टूबर को सुनवाई होगी।’

इमरान खान के वकील ने कहा, ‘मैंने और पूर्व PM की पत्नी बुशरा बीबी ने 3 अक्टूबर को इमरान खान से मुलाकात की। खान को तोशाखाना मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल अप्रैल में पद से हटने के बाद उन्हें कई मामलों में फंसाया गया था। हाईकोर्ट ने सोमवार को नौ अलग-अलग मामलों में विभिन्न ट्रायल कोर्ट के फैसले को रद्द करके खान की जमानत बहाल कर दी।’

  • तोशाखाना केस दो तरह से चल रहा है। इसमें इमरान की सुनवाई अदालत में हो रही है। इसके अलावा उनकी पत्नी बुशरा बीबी को एंटी करप्शन एजेंसी पूछताछ के लिए बुला रही है, क्योंकि तोशाखाना के करोड़ों रुपए के तोहफे बुशरा ने ही बेचने के लिए दिए थे।
  • बुशरा बीबी को भी जांच एजेंसी के सामने पेश होना है। अब तक कुल 13 बार बुशरा को जांच एजेंसी ने पेश होने के लिए नोटिस दिया है, लेकिन वो एक भी बार पेश नहीं हुईं। इसके बाद जांच एजेंसी ने अखबारों में एक इश्तिहार निकलवाया और कहा कि अगर बुशरा बीबी पेश नहीं हुईं तो उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा।
  • इसके बाद इमरान ने एक पिटीशन लाहौर हाईकोर्ट में दायर की थी। कहा- मेरी पत्नी घरेलू महिला हैं और उनका सियासत से कोई ताल्लुक नहीं है। लिहाजा, उन्हें पूछताछ से राहत दी जाए। दूसरी तरफ, इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान के खिलाफ बेहद पुख्ता सबूत हैं और यही वजह है कि वो किसी न किसी बहाने से सुनवाई को लंबे वक्त तक लटकाना चाहते हैं।