कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के लिए न्योता मिला है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण भेजा है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए बुलाया गया है। आने वाले दिनों में ट्रस्ट की तरफ से विपक्ष के अन्य नेताओं को भी निमंत्रण भेजे जाने संभावना है। हालांकि, विपक्षी नेताओं के अयोध्या जाने की संभावना नहीं है।
विवाद के बाद आडवाणी को मिला था न्योता
इससे पहले विश्व हिंदू परिषद ने 19 दिसंबर को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या आने का आमंत्रण दिया था।
इससे एक दिन पहले 18 दिसंबर को राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आग्रह किया था कि वे राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या न आएं।
उन्होंने कहा, ‘दोनों नेताओं की उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है। यहां ठंड भी ज्यादा है। इसलिए मैंने दोनों से निवेदन किया है कि समारोह में न आएं।’ हालांकि, विवाद के बाद ट्रस्ट ने दोनों को न्योता भेजा।
PM मोदी को न्योता देने पर भी राजनीति हुई
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 25 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। इसके बाद से ही कार्यक्रम को लेकर सियासत शुरू हो गई थी।
कांग्रेस ने कहा था कि निमंत्रण सबको दिया जाना चाहिए। क्या ईश्वर अब एक पार्टी तक ही सीमित हैं? शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री को न्योता देने की जरूरत नहीं थी। वे खुद ही वहां जाते, क्योंकि ये सब चुनाव की तैयारी के हिसाब से किया जा रहा है।
4 हजार संत, 2 हजार VIP आमंत्रित किए गए
22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। चंपत राय ने आमंत्रित लोगों की जानकारी देते हुए 18 दिसंबर को कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा से मिलने और उन्हें समारोह का आमंत्रण देने के लिए तीन सदस्यों वाली टीम बनाई गई है।
इसके अलावा लगभग 4000 संतों और 2200 अन्य मेहमानों को समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। प्राण-प्रतिष्ठा की जिम्मेदारी साधु-संत निभाएंगे। साथ ही छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और लगभग 150 साधु-संत भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे। उत्सव कार्यक्रम 10 दिन चलेगा।
विश्व हिंदू परिषद के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के संगठन महासचिव सोहन सोलंकी ने 21 दिसंबर को बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। अयोध्या में 15,000 साधुओं के रहने के लिए सेवक पुरम और तीर्थ क्षेत्र पुरम में टिन के शहर (टिन सिटी) बनाए जा रहे हैं।
लगभग 50 एकड़ जमीन पर ऐसे 6 शहर बन रहे हैं। इन छह शहरों में 6 जगहों पर खाना बनाने की व्यवस्था होगी। हर शहर में नहाने के गर्म पानी के लिए तीन टैंक लगाए जाएंगे। इसके अलावा हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।