वैक्सीन से खून के थक्के जमने का कोई सबूत नहीं, AstraZeneca Vaccine बनाने वाली कंपनी का दावा

एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) ने अपनी वैक्सीन का बचाव करते हुए कहा है कि उसकी वैक्सीन लगने के बाद खून के थक्के जमने का खतरा होने के कोई सबूत नहीं है। यूरोपीय और ब्रिटेन के दवा नियामकों ने कहा है कि वैक्सीन और खून के थक्कों के बीच की पुष्टि नहीं हुई है और इस कारण वैक्सीन लगाना जारी रखना चाहिए। सीएनएन के अनुसार, डेनमार्क, नॉर्वे और आइसलैंड सहित कुछ यूरोपीय देशों के एक समूह ने एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई। इसके बाद थाईलैंड के प्रधानमंत्री, प्रयाण चान-ओ-चा ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की डोज लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद पूरे थाईलैंड में वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि 1 करोड़ से अधिक रिकॉर्ड के हमारे सुरक्षा डाटा के विश्लेषण से किसी भी परिभाषित आयु वर्ग, लिंग, बैच या किसी विशेष देश में पल्मोनरी एम्बोलिज्म या डीप वेन थ्रोम्बोसिस के बढ़ते जोखिम के कोई सबूत नहीं मिले हैं। ऐसे देशों में भी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) की कोरोना वैक्सीन में कोई ऐसा जोखिम नहीं देखा गया है जहां ये वैक्सीन इस्तेमाल हो रही है।

बुल्गारिया ने लगाई रोक

डेनमार्क, नॉर्वे और आइसलैंड के बाद बुल्गारिया वह अगला देश हैं जहां इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। बुल्गारिया में एक सरकारी बयान के अनुसार, जब तक यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी वैक्सीन की सुरक्षा के बारे में सभी शंकाओं को खारिज करती है तब तक कि प्रधानमंत्री बॉयको बोरिसोव ने एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन का उपयोग करके सभी टीकाकरण को रोकने का आदेश दिया।

डब्ल्यूएचओ ने लगाई मुहर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड वैक्सीन एस्ट्राजेनेका पर मुहर लगा दी है। कहा है कि इस वैक्सीन से किसी भी व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है। डब्ल्यूएचओ ने डेनमार्क, नॉर्वे, आइसलैंड समेत कुछ देशों में एस्ट्राजेनेका के इस्तेमाल को लेकर आई शिकायतों का अध्ययन किया था। इन देशों ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आने के बाद एस्ट्राजेनेका का इस्तेमाल रोक दिया था। वैक्सीन के इस्तेमाल के बाद कुछ लोगों में रक्त का थक्का बनने की शिकायत सामने आई थी।