वक्फ संशोधन बिल पर JPC की आखिरी बैठक आज से:जम्मू-कश्मीर के मौलवी मीरवाइज उमर फारूक पेश होंगे; 31 जनवरी को संसद में रिपोर्ट सौंपेगी कमेटी

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) आज दिल्ली में अपनी बैठक करेगी। बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होगी, जो दोपहर 3:30 बजे तक चलेगी। बैठक संसद भवन एनेक्सी के मुख्य समिति कक्ष में, जेपीसी सदस्य मुत्तहिदा मजलिस-ए-उलेमा, जम्मू और कश्मीर के मौलवी मीरवाइज उमर फारूक के विचार या सुझाव सुनेंगे।

दोपहर 2 बजे से जेपीसी सदस्य वक्फ (संशोधन विधेयक) 2024 पर ‘न्याय के लिए वकीलों’ के सुझाव भी सुने जाएंगे। यह बैठक पहले 27 जनवरी को होनी थी।

लखनऊ में हुई बैठक करने के बाद अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि 24 जनवरी को JPC की आखिरी बैठक होगी। इसके बाद वे 31 जनवरी को होने वाले बजट सत्र के दौरान संसद में रिपोर्ट पेश होगी।

पाल ने कहा- पिछले 6 महीने में हमने अकेले दिल्ली में 34 बैठकें की हैं। JPC सभी चर्चाएं अच्छे माहौल में हुई हैं। मुझे उम्मीद है हमारी रिपोर्ट से लोगों को फायदा होगा।

विपक्ष की मांग- बैठक स्थगित की जाए

विपक्ष की ओर से लोकसभा में DMK के मुख्य सचेतक ए राजा ने 24 और 25 जनवरी की बैठक स्थगित करने की मांग की है। जगदंबिका पाल को लिखे लेटर में राजा ने कहा- “यह कहने की जरूरत नहीं है कि पटना, कोलकाता और लखनऊ में जेपीसी के दौरे 21 जनवरी को ही पूरे हो गए थे। अजीब बात यह है कि तारीखों की घोषणा बिना जेपीसी की अगली बैठक जल्दबाजी में की गई, जबकि जेपीसी पहले से ही दौरे पर थी।”

शीतकालीन सत्र में बढ़ा था कार्यकाल

वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जॉइंटर पार्लियामेंट्री कमेटी को बजट सत्र के दौरान अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान समिति का कार्यकाल बढ़ा दिया गया था। वक्फ संपत्तियों को रेगुलराइज करने के लिए बने वक्फ एक्ट 1995 की मिसमैनेजमेंट, भ्रष्टाचार और अतिक्रमण जैसे मुद्दों के लिए आलोचना की जाती रही है।

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा। सेंट्रल बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का मकसद डिजिटलीकरण, बेहतर ऑडिट, बेहतर पारदर्शिता और अवैध रूप से कब्जे वाली संपत्तियों को वापस लेने के लिए कानूनी सिस्टम में सुधारों को लाकर इन चुनौतियों को हल करना है।