कल यानी 3 जून को IPL-18 का फाइनल रॉयल्स चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच अहमदाबाद में खेला जाएगा। दोनों टीमों को पहले टाइटल का इंतजार है। PBKS के कप्तान श्रेयस अय्यर ने 5 साल के अंदर तीसरी फ्रेंचाइजी को फाइनल में पहुंचाया। उन्होंने क्वालिफायर-2 में मुंबई के खिलाफ नाबाद 87 रन बनाकर पंजाब को जीत दिलाई। वहीं पहली बार कप्तानी कर रहे रजत पाटीदार ने RCB को घर से बाहर 8 मैच जिताकर फाइनल में पहुंचा दिया।
स्टोरी में फाइनल में पहुंचने वाले दोनों टीमों के कप्तानों की स्ट्रैटजी और एनालिसिस को 3 फैक्टर्स में समझिए…
i. कब कप्तान बने, कप्तानी में क्या रिकॉर्ड रहा? ii. क्या स्ट्रैटजी अपनाई, पर्सनल परफॉर्मेंस कैसा रहा? iii. कप्तानी पर एक्सपर्ट्स की राय, ओवरऑल कप्तानी का रिकॉर्ड
i. 9 साल बाद RCB फाइनल में
IPL में पहली बार कप्तानी कर रहे रजत पाटीदार ने 9 साल बाद रॉयल्स चैलेंजर्स बेंगलुरु को फाइनल में पहुंचा दिया। उनकी कप्तानी में पहली बार किसी टीम ने अपने सभी अवे (घर से बाहर) मैच जीते।
पाटीदार ने टूर्नामेंट की दो बड़ी टीम KKR और CSK के खिलाफ फिफ्टी लगाई। टीम ने उनकी कप्तानी में चेन्नई को पहली बार सीजन में 2 मैच हराए। वहीं क्वालिफायर-1 में पंजाब को 101 रन पर समेट दिया। इस मैच में रजत ने विनिंग सिक्स लगाकर RCB को जीत दिलाई। फैंस को उम्मीद है कि RCB ट्रॉफी के 17 साल पुराने इंतजार को खत्म करेगी।
रजत पाटीदार के IPL फैक्ट्स
- 2021 से शुरुआत: पाटीदार को RCB ने IPL 2021 से पहले साइन किया था। हालांकि, उस सीजन उन्होंने केवल 4 मैच खेले और मात्र 71 रन बनाए, फिर उन्हें रिलीज कर दिया गया।
- 2022 में वापसी: 2022 में पाटीदार को लवनीत सिसोदिया के रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया। इस सीजन वे टीम के तीसरे टॉप स्कोरर रहे। उन्होंने एलिमिनेटर में लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG) के खिलाफ 54 गेंद पर नाबाद 112 रन बनाकर टीम को जीत भी दिलाई।
- 2023 में चोट के कारण बाहर: पाटीदार IPL 2023 में नहीं खेल पाए, क्योंकि उन्हें एड़ी में चोट थी। जिसके चलते उन्हें पूरे सीजन से बाहर रहना पड़ा।
- 2024 में स्पिनर्स के खिलाफ अटैकिंग बैटिंग: पाटीदार ने 2024 में स्पिनर्स के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की। इस सीजन उन्होंने टीम के लिए पूरे मैच खेले और प्लेऑफ में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। 2024 में उन्होंने 13 पारियों में 395 रन बनाए, जिनमें 5 अर्धशतक शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट 177.13 का रहा।
- 2025 में पाटीदार 11 करोड़ में रिटेन हुए: IPL के 18वें सीजन में पाटीदार को RCB का कप्तान बनाया गया। उन्हें टीम ने 11 करोड़ में रिटेन किया। इस सीजन बतौर कप्तान पाटीदार ने 12 में से 9 मैचों में टीम को जीत दिलाई।
ii. स्मार्ट टीम सिलेक्शन ने विनर बनाया
रजत पाटीदार ने बल्ले से शानदार खेल दिखाया। वे अब तक 14 मैचों में 286 रन बना चुके हैं। बतौर कप्तान रजत ने अपनी परफॉर्मेंस से भी टीम को लीड किया। टूर्नामेंट में रजत पाटीदार की स्ट्रैटजी…
- अटैकिंग फील्ड सेटअप: रजत पाटीदार ने अटैकिंग और बैलेंस्ड कप्तानी की। उन्होंने सामने वाली टीम पर दबाव बनाए रखने के लिए पावरप्ले में कई बार अटैकिंग फील्डिंग सेटअप रखा। विकेट गिर जाने पर एक एक्स्ट्रा फील्डर सर्कल के अंदर रखा, ताकि दबाव बढ़े।
- स्मार्ट टीम सिलेक्शन, इम्पैक्ट प्लेयर का सही इस्तेमाल: पाटीदार ने टीम, पिच और मैच सिचुएशन देखकर टीम सिलेक्ट की और इम्पैक्ट प्लेयर का सही इस्तेमाल किया। खास बात यह भी रही कि टीम ने प्लेइंग-11 में ज्यादा बदलाव नहीं किए, ताकि खिलाड़ियों को अपना रोल साफ-साफ पता रहे।
- बॉलर्स का टैक्टिकल इस्तेमाल: बेंगलुरु के इस बार फाइनल में पहुंचने में सबसे बड़ा योगदान बॉलर्स का रहा। पाटीदार ने जोश हेजलवुड, सुयश शर्मा, क्रुणाल पंड्या जैसे बॉलर्स का सही इस्तेमाल किया। हेजलवुड टीम के टॉप विकेट टेकर हैं। वहीं सुयश और क्रुणाल मिडिल ओवर्स में रन रोक रहे हैं। भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल नई गेंद से बेहतरीन काम कर रहे हैं।
- टीम स्पिरिट: टीम के सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली के साथ मिलकर कप्तान पाटीदार ने खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की आजादी दी। जिससे ड्रेसिंग रूम का माहौल पॉजिटिव रहा।
iii. रजत मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी सीख बन गए हैं- दिनेश कार्तिक
रजत पहली बार IPL में किसी टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उन्होंने इससे पहले भारत के घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्यप्रदेश की कप्तानी की और पहले ही सीजन में टीम को फाइनल में पहुंचाया। हालांकि, वहां उन्हें श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली मुंबई से हार मिली। अब फिर एक बार श्रेयस की कप्तानी वाली पंजाब उनके और खिताब के बीच में खड़ी है। रजत ने 28 टी-20 में कप्तानी की, 21 में टीम को जीत दिलाई। यानी 75% सक्सेस रेट रहा।
रजत के बारे में पूर्व RCB कोच संजय बांगर कहते हैं
रजत ने जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। उनकी कप्तानी बिल्कुल सटीक रही। रजत ने बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम को सही दिशा में ले गए।
वहीं सुनील गावस्कर ने कहा
कप्तान के रूप में रजत ने अच्छा काम किया, उनकी टीम ने 17 साल से खिताब नहीं जीता है और अब उनके खिलाड़ी समझते हैं कि जीतने के लिए क्या करने की जरूरत है। एक बैलेंस्ड कप्तान के साथ टीम में जुड़े अन्य लोग भी अपना पूरा योगदान दे रहे हैं।
RCB के मेंटर दिनेश कार्तिक ने रजत के बारे में कहा
रजत मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी सीख बन गए हैं। आमतौर पर जब लोगों को थोड़ा नाम या पावर मिलती है, तो उनका व्यवहार बदल जाता है। बातचीत करने का तरीका भी बदल जाता है, लेकिन वे बिल्कुल नहीं बदले। RCB के कप्तान बनने के बाद भी वे वैसे ही हैं, जैसे पहले थे।
i. 5 साल में तीसरा IPL फाइनल
कप्तान श्रेयस अय्यर ने 5 साल में तीसरी IPL टीम को फाइनल में पहुंचाया। 2020 में दिल्ली ने उनकी लीडरशिप में फाइनल खेला था, लेकिन हार मिली। फिर 2024 में कोलकाता को उन्होंने अपनी कप्तानी में फाइनल में पहुंचाने के साथ चैंपियन भी बनाया। अब पंजाब की कप्तानी करते हुए उन्होंने टीम को 11 साल बाद प्लेऑफ और फाइनल में जगह दिलाई। पंजाब ने 2014 में आखिरी फाइनल खेला था, लेकिन कोलकाता से हार मिली थी।
श्रेयस की कप्तानी में पंजाब ने टूर्नामेंट इतिहास का सबसे छोटा स्कोर डिफेंड भी किया। टीम ने पहले बैटिंग करते हुए महज 111 रन बनाए, लेकिन कोलकाता को 95 रन पर ऑलआउट कर दिया। श्रेयस ने घरेलू मैदान से बाहर अपनी परफॉर्मेंस से भी टीम के लिए कई उपयोगी पारियां खेलीं। वे 603 रन बनाकर इस साल टीम के टॉप स्कोरर भी हैं।
श्रेयस अय्यर के IPL फैक्ट्स
- डेब्यू सीजन में इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर: अय्यर ने 2015 में अपने डेब्यू सीजन में दिल्ली से 436 रन बनाए थे और इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड जीता था। 2018 में उन्होंने सीजन के बीच में गौतम गंभीर की जगह DC की कप्तानी संभाली।
- DC को फाइनल में पहुंचाया: अय्यर ने 2018 से 2020 तक दिल्ली की कप्तानी की। इस दौरान उन्होंने 21 मैच जीते। 2019 में अय्यर ने DC को 6 साल बाद प्लेऑफ में पहुंचाया। 2020 में उनकी कप्तानी में DC पहली बार IPL फाइनल में पहुंची, जहां उन्हें मुंबई इंडियंस से हार मिली।