‘मम्मी के पास काफी प्रॉपर्टी है। उनसे कई बार लखनऊ में साथ में शिफ्ट होने के लिए कहा, लेकिन दीदी के कहने पर मम्मी नहीं आई। मम्मी का व्यवहार अब अच्छा नहीं है। दीदी ने मम्मी को रुपए देने से मना कर दिया। दीदी मम्मी को लखनऊ नहीं आने देती हैं। बहुत बैंक लोन हो गया। कोई मदद नहीं करता है। सब लोग स्वार्थी हैं।’
ये बातें लखनऊ के कारोबारी शोभित की पत्नी ने सुसाइड नोट में लिखी है। शोभित ने सोमवार सुबह पत्नी और बेटी के साथ जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी दो दिन से सुसाइड करने का प्लान कर रहे थे। शनिवार को शोभित शाम 4 बजे ही दुकान बंद करके घर आ गए थे। इसके अगले दिन अपने भाई शेखर को घर की चाबी देकर कहा कि ससुराल जा रहा हूं।
इसके बाद सोमवार सुबह तीनों के शव मिले थे। पुलिस ने बताया कि जो सुसाइड मिला है, उसे शोभित की पत्नी शुचिता ने लिखा था। मौत का जिम्मेदार अपनी मां और बहन को बताया है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिए।
पूरा मामला जानिए
चौक अशरफाबाद निवासी शोभित रस्तोगी (48), उनकी पत्नी शुचिता (45) और बेटी ख्याति (16) ने सोमवार तड़के जहर खा लिया। ख्याति ने हालत बिगड़ने पर अपनी ताई तृप्ति को कॉल करके बताया कि मम्मी-पापा की तबीयत ठीक नहीं है, आप लोग जल्दी से आ जाइए।
घर पहुंचने पर अंदर से लॉक लगा था। जिसके बाद दूसरी चाबी मंगाकर कमरा खोला गया तो अंदर तीनों बेसुध हालत में पड़े थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
शुचिता ने लिखा- कोई मदद नहीं करता, लोग स्वार्थी हैं
पुलिस ने बताया- व्यापारी की पत्नी शुचिता नेपालगंज की रहने वाली थीं। उसने सुसाइड नोट में लिखा- मम्मी के पास काफी प्रॉपर्टी है। उनसे कई बार लखनऊ में साथ में शिफ्ट होने के लिए कहा। लेकिन दीदी के कहने पर मम्मी नहीं आई। मम्मी का व्यवहार अब अच्छा नहीं है।
दीदी ने मम्मी को रुपए भी देने से मना कर दिया। दीदी मम्मी को लखनऊ नहीं आने देती हैं। शुचिता ने अपने भाई की नेपाल में हत्या का भी जिक्र किया है। शुचिता ने अपने जीजा विवेक को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। उसने आगे लिखा- बहुत बैंक लोन हो गया। कोई मदद नहीं करता है। सब लोग स्वार्थी हैं।
कोल्डड्रिंक के साथ सल्फास की गोली खाई
घटनास्थल से पुलिस को सल्फॉस की तीन पुड़िया और एक टैबलेट मिली है। बताया जा रहा है कि परिवार ने पूरी तीन पुड़िया सल्फास कोल्डड्रिंक मिलाकर पी ली थीं। मौके से दो कोल्डड्रिंक की बोतल भी मिली हैं।
पुलिस ने बताया- शोभित के ऊपर 45 से 50 लाख का लोन था। जिसकी एक-दो किस्त बाउंस होने की वजह से शोभित परेशान हो गए थे। रिकवरी एजेंट भी फोन पर और घर आकर तकाजा करने लगे थे। इस वजह से कई दिनों से उलझन चल रही थी, लेकिन किसी को कुछ बता नहीं पा रहे थे। पिछले दो दिन तक उन्होंने आत्महत्या करने की प्लानिंग की। इसके बाद सोमवार को परिवार के साथ सुसाइड कर लिया।
आधार कार्ड से पता चलेगा कर्ज का अमाउंट
पुलिस ने बताया- घटनास्थल से तमाम साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं। शोभित के आधार कार्ड की जानकारी की जा रही है। इससे कर्ज के सही एमाउंट का पता चल सकेगा। इसके अलावा किससे कितना लोन लिया है, इसकी भी सही जानकारी हो सकेगी। फिलहाल मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।
एक दिन पहले भाई के घर में रखवाई थी चाबी
पुलिस ने बताया- शोभित ने आत्महत्या करने से पहले रविवार को एक चाबी अपने बड़े भाई शेखर के घर पर रखवाई थी। बताया कि परिवार के साथ ससुराल जा रहे हैं। घर में पेड़ पौधों में पानी डाल देना। सोमवार सुबह जब भतीजी का कॉल गया तब परिवार को घटना की जानकारी हुई। घटनास्थल से मिले सामान से पता चल रहा है कि शोभित ने पहले पूरी प्लानिंग की है। इसके बाद आत्मघाती कदम उठाया है।
दो दिन पहले बंद कर दी दुकान
शोभित रस्तोगी की राजाजीपुरम में जुगल फैशन पॉइंट के नाम से कपड़े की दुकान है। उनके बगल के दुकानदार अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को शाम 4 बजे शोभित अपनी दुकान बंद करके जाने लगा। दुकान पर आकर बताया कि बारिश का मौसम आ रहा है।
घर पर कुछ काम करवाना है, उसको करवाने के लिए जा रहा हूं। बातचीत से तो ऐसा नहीं लग रहा था कि कुछ परेशान है। उसके ऊपर कितना कर्ज है, इसकी भी जानकारी नहीं दी। घटना की जानकारी अन्य दुकानदारों से हुई। काफी मिलनसार व्यक्ति थे।
सोमवार को स्कूल जाने के लिए बेटी ने ड्रेस प्रेस करवाए थे
शोभित की बेटी ख्याति लखनऊ पब्लिक स्कूल राजाजीपुरम में 11वीं में पढ़ रही थी। वह 22 जून से स्कूल जा रही थी। सोमवार को स्कूल जाने के लिए एक दिन पहले उसने ड्रेस प्रेस करके रख लिए थे। वहीं, पास में किताबें भी रखी थीं। अचानक से क्या कुछ हुआ, इसकी जानकारी परिवार को भी नहीं है।
घटना के बाद रिकवरी एजेंट घर पहुंचे, जानकारी होते वहां से निकल गए स्थानीय लोगों ने बताया कि रिकवरी एजेंट अक्सर घर पर पहुंचते थे। शोभित से अभद्रता करते थे, पड़ोसियों के मुताबिक शोभित और उनके परिजनों की आत्महत्या के बाद भी रिकवरी एजेंट घर पहुंचे थे। पुलिस व अन्य लोगों को देख कर चुपचाप वापस चले गए थे।