कनाडा में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैप्स कैफे के बाहर दिनदहाड़े हुई फायरिंग को लेकर ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने सरकार से अपील की कि इस मामले का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और कपिल शर्मा के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए।
AICWA ने कहा है कि भारत को कनाडा के प्रधानमंत्री से कूटनीतिक चर्चा शुरू करनी चाहिए ताकि कैप्स कैफे और कपिल शर्मा के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इस आतंकी घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।
AICWA – भारतीय कलाकारों की सुरक्षा राष्ट्रीय चिंता का विषय
एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि विदेशों में भारतीय कलाकारों की सुरक्षा राष्ट्रीय चिंता का विषय है और किसी भी भारतीय नागरिक के खिलाफ आतंकी कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। AICWA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे हस्तक्षेप करें और यह सुनिश्चित करें कि कनाडा में कपिल शर्मा और उनके कैफे को ऐसे खतरों से सुरक्षित रखा जाए।
बता दें कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित सर्रे में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर बुधवार रात फायरिंग हुई। कपिल शर्मा ने 7 जुलाई को कैप्स कैफे नाम के इस कैफे का उद्घाटन किया था।
NDTV की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह लाडी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हरजीत सिंह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की लिस्ट में मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में शामिल है और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा है।
हमलावर ने फायरिंग का वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कैफे के बाहर एक कार में बैठा व्यक्ति गाड़ी के अंदर से लगातार फायरिंग करते दिख रहा है। हालांकि अभी तक घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
कपिल शर्मा के बयान से नाराज होकर फायरिंग का दावा
गोलीबारी के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर जांच की। हरजीत सिंह लाडी ने एक कॉमेडी शो के दौरान निहंग सिखों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर कपिल शर्मा के कैफे पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया।
सोशल मीडिया पर हरजीत सिंह लाडी और तूफान सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति ने वीडियो के जरिए कपिल शर्मा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की चेतावनी दी और कहा कि माफी नहीं मांगी तो मामला और बिगड़ सकता है।
दोनों ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कई बार कपिल शर्मा के मैनेजर से संपर्क करने की कोशिश की, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया। आखिरकार उन्हें कॉमेडियन का ध्यान खींचने के लिए कैफे के बाहर फायरिंग करनी पड़ी।
हालांकि, कपिल शर्मा ने निहंग सिखों पर क्या टिप्पणी की थी, यह साफ नहीं है। कुछ सूत्रों का अनुमान है कि यह नेटफ्लिक्स के किसी पुराने एपिसोड या किसी लाइव शो से जुड़ा हो सकता है। इस साल की शुरुआत में, निहंग नेता बाबा बलबीर सिंह ने भी कपिल शर्मा के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी।
VHP नेता की हत्या मामले में NIA को हरजीत लाडी की तलाश
NIA विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में हरजीत सिंह लाडी की तलाश कर रही है। विहिप नेता की अप्रैल 2024 में पंजाब के रूपनगर जिले में उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हरजीत सिंह लाडी कनाडा और भारत में जबरन वसूली, हत्या और गिरोह से जुड़ी गतिविधियों से जुड़ा रहा है। वह BKI की आड़ में काम करता हैं और उस पर कई टारगेट किलिंग्स और हत्या के प्रयासों का आरोप है। हाल के महीनों में कनाडा के सर्रे और ब्रैम्पटन शहरों में इस तरह के गिरोह-आतंक से जुड़े हमलों में तेजी देखी गई है।
कनाडा में एपी ढिल्लों के घर पर पिछले साल फायरिंग हुई थी
इससे पहले कनाडा के वैंकूवर में पंजाबी गायक एपी ढिल्लों के घर के बाहर 1 सितंबर, 2024 की रात को फायरिंग हुई थी। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति ढिल्लों के घर के बाहर 14 गोलियां चलाता दिखा।
लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। वीडियो में सलमान खान के साथ ढिल्लों के म्यूजिक वीडियो ‘ओल्ड मनी’ में काम को हमले का कारण बताया गया। गैंग ने सोशल मीडिया पर धमकी दी थी कि ढिल्लों को सलमान खान से दूरी बनाए रखनी चाहिए, नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
कनाडाई एजेंसी बोली- खालिस्तानी भारत के खिलाफ प्लानिंग कर रहे
पिछले महीने एक रिपोर्ट में, कनाडा की टॉप खुफिया एजेंसी, कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस ने कहा था कि खालिस्तानी आतंकवादी भारत के खिलाफ हिंसा की योजना बना रहे हैं।
एजेंसी ने कहा, ‘खालिस्तानी मुख्य रूप से अपने प्रमोशन, फंड जुटाने और भारत में हिंसा को बढ़ावा देने या प्लानिंग के लिए कनाडा को अपने अड्डे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।’
इससे पहले 8 जनवरी 2025 को जारी कनाडा के फॉरेन इंटरफेरेंस कमीशन की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि खालिस्तान समर्थक कनाडा में आराम से रह रहे हैं।
इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो भारत में खालिस्तान मूवमेंट चलाने के लिए टेरर फंडिंग कर रहे हैं। भारत हमेशा से सवाल उठाता रहा है कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देता है।
ट्रूडो के कार्यकाल में भारत-कनाडा के रिश्ते बिगड़े
कनाडा में इस साल की शुरुआत में मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से भारत के साथ उसके संबंध थोड़े बेहतर हुए हैं। इससे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्ते अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
ट्रूडो ने पिछले साल दावा किया था कि 2023 में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स शामिल थे। ट्रूडो ने भारत सरकार के एजेंट्स पर खुफिया जानकारी जुटाने, टारगेट किलिंग, कनाडा के नागरिकों को धमकाने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था।
भारत ने ट्रूडों के आरोप पर पलटवार कर इन्हें बेबुनियाद बताया था। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि कनाडा बिना कोई पुख्ता सबूत दिए रटे-रटाए आरोप दोहरा रहा है। हमारे हाई-कमिश्नर को टारगेट किया जा रहा है।