भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना के 86 वर्ष गुरुवार को पूरे हो गए। रिजर्व बैंक देश में बैंकिंग सिस्टम का रेगुलेटर है, जिसका गठन एक अप्रैल, 1935 को हुआ था। केंद्रीय बैंक की स्थापना रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 के प्रावधानों के अनुरूप हुई थी। शुरुआत में रिजर्व बैंक का सेंट्रल ऑफिस कोलकाता में था। हालांकि, 1937 में सेंट्रल ऑफिस को स्थायी तौर पर मुंबई में शिफ्ट कर दिया गया। आरबीआई के सेंट्रल ऑफिस में गवर्नर बैठते हैं और यहीं पर केंद्रीय बैंक द्वारा नीतियां बनायी जाती हैं। केंद्रीय बैंक का राष्ट्रीयकरण 1949 में किया गया था। इसका पूर्ण स्वामित्व भारत सरकार के पास है।
केंद्रीय बैंक ने अपने स्थापना दिवस पर एक ट्वीट किया है और कहा है कि RBI ने 86 शानदार वर्षों के दौरान मजबूती से काम किया है। केंद्रीय बैंक ने इस वर्ष में सबके सुरक्षित एवं स्वस्थ रहने की कामना की है।
रिजर्व बैंक की प्रस्तावना के मुताबिक बैंक का मूल लक्ष्य देश में मौद्रिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए बैंक नोटों के निर्गम को रेगुलेट करना और प्रारक्षित निधि (रिजर्व) को बनाए रखना है। इसके साथ ही देश के हित में करेंसी और क्रेडिट सिस्टम को ऑपरेट करना भी रिजर्व बैंक का काम है। इसके अलावा जटिल इकोनॉमी की चुनौतियों के समाधान के लिए आधुनिक मौद्रिक नीति का निर्धारण व ग्रोथ को ध्यान में रखकर महंगाई दर को स्थिर रखना भी केंद्रीय बैंक का लक्ष्य है।
रिजर्व बैंक के अब तक के गवर्नरों की सूची इस प्रकार हैः
1. सर ओसबर्न स्मिथ (01-04-1935 से 30-06-1937): वह रिजर्व बैंक पहले गवर्नर थे। वह एक प्रोफेशनल बैंकर थे, जिन्होंने बैंक ऑफ न्यू साउथ वेल्स में 20 साल से ज्यादा और कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में 10 साल तक काम किया था। वह 1926 में इम्पैरियल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग गवर्नर के रूप में भारत आए। यह उल्लेखनीय है कि अपने कार्यकाल के दौरान स्मिथ ने किसी करेंसी नोट पर हस्ताक्षर नहीं किया था।
2. जेम्स टेलर (01-07-1937 to 17-02-1943)
3. चिंतामन द्वारकानाथ देशमुख (11-08-1943 से 30-06-1949): वह इंडियन सिविल सर्विस के सदस्य थे और आरबीआई के पहले भारतीय गवर्नर थे। वह वर्ष 1950 से लेकर 1956 तक देश के वित्त मंत्री भी रहे।
4. सर बेनेगल रामा राव (01-07-1949 से 14-01-1957): वह इंडियन सिविल सर्विस के अधिकारी थे। वह सबसे लंबे समय तक आरबीआई के गवर्नर रहे थे। बैंक से जुड़ने से पहले वह अमेरिका में भारत के राजदूत थे।
5. के.जी.अंबेगावकर (14-01-1957 से 28-02-1957): वह भी इंडियन सिविल सर्विस के अधिकारी थे। रामा राव के इस्तीफा देने के बाद उन्हें अंतरिम गवर्नर बनाया गया था।
6. एच वी आर अयंगार (01-03-1957 से 28-02-1962)
7. पीसी भट्टाचार्य (01-03-1962 से 30-06-1967)
8. एल के झा (01-07-1967 से 03-05-1970)
9. बी एन अदरकर (04-05-1970 से 15-06-1970)
10. एस जगरनाथन (16-06-1970 से 19-05-1975)
11. एनसी सेन गुप्ता (19-05-1975 से 19-08-1975)
12. के आर पुरी (20-08-1975 से 02-05-1977)
13. एम नरसिंहन (02-05-1977 से 30-11-1977)
14. आईजी पटेल (01-12-1977 से 15-09-1982)
15. मनमोहन सिंह (16-09-1982 से 14-01-1985)
16. ए घोष (15-01-1985 से 04-02-1985)
17. आर एन मल्होत्रा (04-02-1985 से 22-12-1990)
18. एस वेंकिटरमणन (22-12-1990 से 21-12-1992)
19. सी रंगराजन (22-12-1992 से 22-11-1997)
20. बिमल जालान 22-11-1997 से 06-09-2003
21. वाई वी रेड्डी (06-09-2003 से 05-09-2008)
22. डी सुब्बाराव (05-09-2008 से 04-09-13)
23. रघुराम राजन (04-09-2013 से 04-09-2016)
24. उर्जित आर. पटेल (04-09-2016 से 11-12-2018)
25. शक्तिकांत दास (12-12-2018 से अब तक)