रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को सोमवार शाम फोन किया। उन्होंने पिछले हफ्ते अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ हुई अपनी मुलाकात के बारे में जानकारी दी।
मोदी ने बातचीत के जरिए यूक्रेन जंग का शांतिपूर्ण समाधान खोजने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत इस संबंध में सभी कोशिशों का समर्थन करता है।
पीएम मोदी ने पुतिन को अलास्का में ट्रम्प के साथ उनकी बैठक के बारे में जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर भी चर्चा की।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 15 अगस्त की देर रात अलास्का में मुलाकात की थी। उनके बीच यूक्रेन जंग खत्म करने पर करीब 3 घंटे मीटिंग हुई थी। हालांकि यह मुलाकात बेनतीजा रही थी।
ट्रम्प बोले- पुतिन से मीटिंग अच्छी रही
पुतिन से मुलाकात को लेकर ट्रम्प ने कहा कि उनकी मीटिंग बहुत अच्छी रही। दोनों कई बिंदुओं पर सहमत थे, लेकिन कोई डील नहीं हुई। ट्रम्प ने कहा कि कोई समझौता तभी होगा जब वह अंतिम रूप लेगा।
ट्रम्प ने इस बैठक को 10 में से 10 अंक दिए। वहीं, पुतिन ने कहा कि उनके लिए रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी है। उन्होंने अगली मीटिंग मॉस्को में करने का सुझाव दिया। अपनी बात कहने के बाद दोनों नेता मंच से तुरंत चले गए।
जेलेंस्की ने भी पीएम मोदी से बात की थी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने 12 अगस्त को PM मोदी को फोन कर बातचीत की। जेलेंस्की ने X पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लंबी बातचीत की। हमने द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक कूटनीतिक पर विस्तार से चर्चा की।
जेलेंस्की ने मोदी को यूक्रेन पर रूसी हमलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा- मैंने उन्हें (PM मोदी को) हमारे ऊपर रूसी हमलों के बारे में बताया, खासकर कल जापोरिझिया में बस स्टेशन पर हुए हमले के बारे में, जहां रूस ने जानबूझकर एक शहर पर बमबारी की, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए।
जेलेंस्की ने कहा कि- भारत हमारे शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और इस बात पर सहमत है कि यूक्रेन से जुड़ा हर फैसला यूक्रेन की भागीदारी के साथ ही होना चाहिए।
पुतिन ने मोदी को फोन किया, कहा- संबंध मजबूत रहेंगे
PM नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। ट्रम्प टैरिफ विवाद के बीच PM मोदी और पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
PM मोदी ने X पर लिखा- मेरी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और डिटेल बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन के हालात पर जानकारी शेयर करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा। हमने अपने आपसी सहयोग बढ़ाने और भारत-रूस की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई। मैं इस साल के अंत में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा का इंतजार कर रहा हूं।
पुतिन इस साल के आखिर में भारत आएंगे
राष्ट्रपति पुतिन इस साल के आखिरी हफ्ते में भारत दौरे पर आएंगे। रूसी न्यूज एजेंसी तास ने कल यह जानकारी NSA अजीत डोभाल के हवाले से दी थी। अब PM मोदी से हुई बातचीत के बाद यह तय है कि पुतिन इस साल के आखिर में भारत आएंगे।
डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात में कहा था, “अब हमारे रिश्ते बहुत खास बन गए हैं, जिनकी हम कदर करते हैं। हमारे देशों के बीच एक मजबूत साझेदारी है और हम हाई लेवल पर बातचीत करते हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से रूस के साथ भारत के संबंधों पर की गई टिप्पणियों की वजह से ये यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।ट्रम्प ने रूस से तेल खरीदने को वजह बताकर ही भारत पर पहले 25% फिर 50% टैरिफ लगाया है।
2024 में दो बार रूस गए थे मोदी
PM मोदी ने साल 2024 में दो बार रूस की यात्रा की थी। वे BRICS समिट के लिए 22 अक्टूबर को रूस गए थे। इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने दो दिन का रूस दौरा किया था। तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।
भारत रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार
भारत, चीन के बाद रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से सिर्फ 0.2% (68 हजार बैरल प्रतिदिन) तेल इम्पोर्ट करता था। मई 2023 तक यह बढ़कर 45% (20 लाख बैरल प्रतिदिन) हो गया, जबकि 2025 में जनवरी से जुलाई तक भारत हर दिन रूस से 17.8 लाख बैरल तेल खरीद रहा है।
पिछले दो साल से भारत हर साल 130 अरब डॉलर (11.33 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का रूसी तेल खरीद रहा है।