सेबी चेयरमैन ने शेयर मार्केट को दिलाया भरोसा:भारत में नहीं सिलिकॉन वैली बैंक जैसे हालात, अडाणी मामले पर कहा- ‘कोई कमेंट नहीं’

सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चेयरमैन माधबी पुरी बुच ने भरोसा दिलाया है कि भारत में अमेरिका की सिलिकन वैली बैंक जैसे हालात नहीं हैं। ये बात SEBI बोर्ड की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेबी चेयरमैन ने कही।

हालांकि, अडानी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर बुच ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ये मामला कोर्ट में है, इसलिए वो इसे लेकर कुछ नहीं बोलेंगी। उन्होंने कहा कि अडानी मामले में हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं। कोर्ट के साथ जांच रिपोर्ट साझा करेंगे, अदाणी-हिंडेनबर्ग मामले पर कोई कमेंट नहीं।

अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में निशाने पर सेबी
बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट के सामने आने के बाद सेबी निशाने पर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस पूरे मामले की जांच सेबी करेगा और सेबी सहित बाकी जांच एजेंसी इस एक्सपर्ट पैनल की मदद करेंगी। अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शेयरों में तेज गिरावट पर चिंता जताते हुए 6 सदस्यों वाली कमेटी का गठन किया था।

इस कमेटी में केवी कामत, नंदन नीलेकणी, ओपी भट्ट, जेपी देवदत्त और सोमशेखर सुंदरेशन शामिल हैं, पैनल का नेतृत्व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभय मनोहर सप्रे कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 2 महीने के अंदर इस कमेटी से रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने शेयरों में तेज गिरावट पर चिंता जताते हुए कमेटी का गठन किया।6 फर्मों पर बैन लगाया, 2.23 करोड़ रुपए जब्त किए
सेबी ने फ्रंट रनिंग कारोबार में शामिल होने के आरोप में बानहेम स्टॉक ब्रोकिंग और निंजा सिक्योरिटीज समेत छह फर्मों को कैपिटल मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। सेबी की तरफ से प्रतिबंधित किए गए अन्य लोगों में कौशल चंदराणा, मनीष मेहता, कश्मीरा मेहता एवं सुमतिलाल मेहता शामिल हैं। सेबी ने एन्विल वेल्थ मैनेजमेंट के शेयर कारोबार में फ्रंट रनिंग में इन्वोल्व रहने के आरोप में इन पर कार्रवाई की है। इसके साथ गलत तरीके से कमाए गए 2.23 करोड़ रुपए भी जब्त किया गया है।