हरियाणा में अगले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन सरकार चला रही BJP और JJP के नेताओं की जुबानी जंग तेज हो गई है। जजपा के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला ने मौजूदा डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को CM बनाने का दावा किया।
इसके जवाब में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़ चुटकी लेते नजर आए। उन्होंने कहा कि किसी को सपना देखने से नहीं रोक सकते, ये लोग राजस्थान में अपनी ताकत दिखा चुके हैं। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह भी लगातार भाजपा को जजपा से गठबंधन तोड़ने के लिए कह रहे हैं।
दिग्विजय चौटाला ने क्या कहा
1. दुष्यंत पर कोई आरोप नहीं
जजपा के महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा-” हमारा मिशन दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का CM बनाना है। लोग ऊपर नरेंद्र मोदी और नीचे दुष्यंत चौटाला को देखना चाहते हैं। दुष्यंत चौटाला पर सवा 4 साल में एक भी आरोप नहीं है।
2. आरोप लगाने वालों को सांप सूंघा, पसीने छूटे
जो आरोप लगाने वाले थे, उनको पसीने आ गए, जब मैंने पूछा कि कोई एक सबूत तो दें। उस दिन के बाद ऐसा लगता है कि इनेलो, कांग्रेस और कुछ और लोगों को सांप सूंघ गया है। किसी की जबान नहीं निकल रही। वह ये नहीं बता पा रहे कि हम इसे साबित कैसे करें।
3. दुष्यंत हरियाणा का कल, बाकी सब पेंशन पर जाएंगे
दुष्यंत चौटाला हरियाणा का कल है। ये जितने लोग CM पद की रेस में हैं, ये 65 और 70 प्लस हैं। एक और चुनाव, और इनकी पेंशन तय है।
दिग्विजय को धनखड़ का जवाब
1. राजस्थान में इनकी ताकत देख चुके
BJP के राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़ ने कहा-” देखिए, किसी भी पार्टी को अपने सपने देखने से तो आप रोक नहीं सकते। आपको मालूम है JJP की ताकत, अभी राजस्थान में भी उन्होंने अपनी ताकत आजमाई थी।
2. मैदान में आएंगे तो असलियत पता चलेगी
हरियाणा में भी आने वाले समय में जब मैदान में आएंगे तो हर दल को उनकी स्थिति और सामर्थ्य क्या है, उसके आधार पर तय होगा कि CM कौन होगा। कौन सरकार में रहेगा। हर दल को अपनी बात कहने का हक है।
3. अभी गठबंधन सिर्फ सरकार चलाने का
हमारा और JJP का गठबंधन सरकार चलाने का है। आगे के बारे में भी कई बार लोग पूछते हैं कि चुनाव में साथ रहेंगे या नहीं, वह निर्णय जब होगा, तब बताएंगे।
राजस्थान में जजपा को सिर्फ 60 हजार वोट मिले
राजस्थान में जजपा ने चुनाव पूर्व कहा था कि सरकार बनाने में उनका बड़ा रोल होगा। उनके पास सत्ता की चाबी होगी। हालांकि उन्हें पूरे राजस्थान में सिर्फ 60 हजार वोट मिले। इसके बाद दुष्यंत चौटाला ने सफाई देते हुए कहा था- ”हम 19 सीटों पर चुनाव लड़े। हमारे पास जहां एक कार्यकर्ता या बूथ का एजेंट नहीं था। आज हम 60 हजार वोट लेकर आए हैं। यह तो शुरुआत है। अगर पेड़ लगाना है तो बीज से शुरू होगी। मुझे लगता है कि आज यह शुरुआत जरूर हो गई है।