गाजियाबाद में टाटा स्टील्स ‘प्रवेश’ के नेशनल बिजनेस हेड विवेक त्यागी की लूट के बाद हत्या करने वाला एक बदमाश दक्ष उर्फ अक्की 10 मई की तड़के पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उसके दो साथी जिंदा पकड़े गए हैं।
चौथे बदमाश की तलाश जारी है। चारों बदमाश स्मैक पीने के आदी थे। अपने इसी शौक को पूरा करने के लिए ये हर दूसरे-तीसरे दिन रात के वक्त सड़कों पर निकलते थे। राह चलते लोगों को लूटते थे।
महज 20 साल के अक्की को हुक्का बार की लत ने नशे का आदी बनाया। फिर वो अपराध की दुनिया में कूद गया। अक्की सबको यही बताता था कि वो अनाथ है और उसको एक किन्नर ने पाला है।
लेकिन, एनकाउंटर में गोली लगने के बाद मरने से ठीक पहले उसने पुलिस को सब कुछ सच बताया। जिसके बाद पुलिस को अक्की के परिवार के बारे में जानकारी हासिल हो पाई।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी. ने बताया, मुठभेड़ में मरने वाले बदमाश दक्ष उर्फ अक्की की उम्र सिर्फ 20 साल थी। वो मूल रूप से जिला मैनपुरी में किशनी क्षेत्र के गांव हरी सिंहपुर का रहने वाला था। परिवार में छोटा भाई अक्षय पढ़ाई कर रहा है।
पिता सतेंद्र मजदूरी करते हैं। दक्ष ने गांव से ही हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की। करीब 2 साल पहले नौकरी की तलाश में वो दिल्ली आ गया। यहां एक हुक्का बार में नौकरी की। इसी दौरान उसको नशे की लत लग गई। कुछ दिन बाद नौकरी छोड़ दी, लेकिन नशे की लत नहीं छूटी।
इसी लत ने उसको दिल्ली के सीमापुरी में बस स्टैंड की पार्किंग में स्मैक पीने वाले कुछ नशेबाजों से मिलाया। यहां स्मैकिए हर रोज शाम को नशा करने के लिए इकट्ठा होते थे।
नशे की लत पूरी करने के लिए वो लूटपाट भी करते थे। छह महीने पहले दक्ष इसी गैंग में जुड़ गया। ये गैंग पूरे-पूरे दिन नशे में रहता और शाम होते ही लूटपाट करने के लिए दिल्ली-गाजियाबाद में निकल जाता।
गार्डन में कोई नहीं मिला, तो राजेंद्रनगर में आए बदमाश
3 मई की रात भी ऐसा ही हुआ। इस गैंग ने दिल्ली के सीलमपुर इलाके में स्मैक पी और फिर लूटपाट करने के इरादे से दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके में पहुंचे। वहां कोई नहीं मिला तो ये गाजियाबाद के राजेंद्रनगर इलाके में आ गए।
इन्हें एक शख्स मिला, जिसके कंधे पर लैपटॉप बैग टंगा हुआ था। ये शख्स कोई और नहीं, विनय त्यागी था। बदमाशों ने विनय त्यागी को रोका। पिस्टल देखकर विनय ने खुद ही लैपटॉप बैग उतार दिया। मोबाइल और जेब में रखे साढ़े 3 हजार रुपए दे दिए।
इसके बावजूद बदमाश दक्ष उर्फ अक्की ने बाइक से उतरकर विनय को तीन बार चाकू मारे। वो लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा। जिसके बाद बदमाश फरार हो गए। अधिक खून बहने से विनय त्यागी की मौत हो गई।
दोस्तों को भी कुछ नहीं बताता था दक्ष उर्फ अक्की
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकि ने बताया, दक्ष उर्फ अक्की बहुत शातिर था। इसने पूरे गैंग को अपने बारे में कोई जानकारी नहीं दे रखी थी। कहता था कि वो अनाथ है। उसको एक किन्नर ने पाला था। दक्ष अपने पास मोबाइल भी नहीं रखता था। वो अपने दोस्तों के घर ही अक्सर रुकता था। दक्ष अपने गैंग के साथ फोटो भी नहीं खिंचवाता था।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि विनय त्यागी का लूट के बाद मर्डर हो जाने की जानकारी इस गैंग को नहीं थी। इसलिए गैंग के चारों मेंबर दिल्ली में ही घूमते रहे, वो कहीं भागे नहीं। पुलिस ने इस गैंग की तलाश में 200 से ज्यादा CCTV कैमरे खंगाले।
इसमें बदमाशों की बाइक का नंबर आ गया। पुलिस ने जांच कराई तो पता चला कि ये बाइक दिल्ली से चोरी हुई है। खैर, जैसे-जैसे पुलिस एक बदमाश तक पहुंची। इसके बाद पूरा गैंग ट्रेसआउट हो सका।
सिर्फ नशे की वजह से आपस में दोस्त बने चारों
इसी गैंग में शामिल एक बदमाश लवकुश उर्फ राघव सिंह है जो दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके का रहने वाला है। पूछताछ में लवकुश ने बताया, मैंने हाईस्कूल की पढ़ाई कर रखी है। इसके बाद मैं घर पर ही पिता के साथ लोअर पेंट बनाने के काम में लग गया।
मैं नशे का आदी हूं। लवकुश का दोस्त युग घई उर्फ प्रिंस भी पकड़ा गया है। चौथा बदमाश आमिर फरार है। उसकी तलाश जारी है। पुलिस पूछताछ में ये बात क्लियर हुई है कि चारों बदमाश सिर्फ नशे की वजह से आपस में दोस्त बने थे। लूटपाट से मिली रकम को आपस में बांटकर नशे का शौक पूरा करते थे।
लूटपाट के दौरान की थी विनय त्यागी की हत्या
गाजियाबाद के शालीमार गार्डन क्षेत्र में 3 मई की देर रात विनय त्यागी की लूट के बाद हत्या कर दी गई। शव देर रात 3 बजे घर से 3 किलोमीटर दूर एक नाली में मिला। पेट और सीने पर गहरे कट के निशान थे। लैपटॉप, मोबाइल और पर्स गायब था।
विनय त्यागी परिवार के साथ साहिबाबाद के राजेंद्र नगर में रहते थे। मेट्रो से ऑफिस अप-डाउन करते थे। घटना की रात भी वह मेट्रो से घर लौट रहे थे। 11.30 बजे उन्होंने पत्नी को फोन किया।
बोले-5 मिनट में पहुंच रहा हूं। लेकिन कुछ देर के बाद उनका फोन ऑफ हो गया। इस मामले में पुलिस ने 10 मई की सुबह एक बदमाश को एनकाउंटर में मार गिराया है, जबकि दो जिंदा पकड़े गए हैं।