प्राइवेट सेक्टर के देश के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank और प्रमुख क्रेडिट कार्ड कंपनी SBI Credit Card ने अपने अकाउंट होल्डर्स/ क्रेडिट कार्ड होल्डर्स से Bitcoins या किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए बैंकिंग फैसिलिटीज का इस्तेमाल नहीं करने का परामर्श दिया है। बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनी ने अलग-अलग एडवाइजरी में कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े ट्रांजैक्शन जारी रखने पर बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड को सस्पेंड या प्रतिबंधित किया जा सकता है। प्रमुख बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनी द्वारा इस बाबत आगाह किया जाना काफी अहम है।
HDFC Bank की ओर से एक कस्टमर को भेजे एक ईमेल में कहा है, ”यह मेल आपके एचडीएफसी बैंक अकाउंट नंबर ……से हुए ट्रांजैक्शन से संबंधित है।”
बैंक ने लिखा है, “हमने आपके अकाउंट से संभावित तौर पर ऐसा वर्चुअल ट्रांजैक्शन पाया है, जिसे आरबीआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक अनुमति प्राप्त नहीं है।”
ग्राहकों को स्पष्टीकरण के लिए 30 दिन का समय
इस ईमेल में एचडीएफसी बैंक ने संबद्ध ग्राहक को कम्युनिकेशन प्राप्त होने से 30 दिनों के भीतर एचडीएफसी बैंक के निकटतम ब्रांच में जाकर इस ट्रांजैक्शन के नेचर के बारे में स्पष्ट करने को कहा है। प्राइवेट सेक्टर बैंक ने कहा है कि ग्राहक अगर 30 दिन में अपना पक्ष नहीं रखता है तो बैंक संबंधित अकाउंट को बिना किसी नोटिस के रिस्ट्रिक्ट कर देगा।
SBI Card ने कही ये जरूरी बात
SBI Card द्वारा बैंक के कार्डहोल्डर्स को भेजे गए ईमेल में कहा गया है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कई मौके पर Bitcoins सहित वर्चुअल करेंसी होल्डर्स और ट्रेडर्स को वर्चुअल करेंसी की ट्रे़डिंग से जुड़े रिस्क को लेकर आगाह कर चुका है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने द्वारा रेगुलेटेड संस्थाओं को किसी भी क्रिप्टोकरेंसी या वर्चुअल करेंसी में ऑपरेट करने के लिए कोई लाइसेंस या अनुमति नहीं दी है।
इस ईमेल में लिखा गया है कि वर्चुअल करेंसी मर्चेंट प्लेटफॉर्म पर क्रेडिट कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन को लेकर एसबीआई क्रेडिट कार्ड का सस्पेंड या कैंसल किया जा सकता है।
पहले भी आगाह कर चुका है SBI Card
इससे पहले 2018 में भी SBI Card ने अपने ग्राहकों को बिटक्वाइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी जोखिम को लेकर आगाह किया था। हालांकि, इस तरह के ट्रांजैक्शन के लिए तब क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल को प्रतिबंधित नहीं किया था।