UP Assembly by-Polls: यूपी उपचुनाव में सहानुभूति कार्ड चलेगी भाजपा, 14 अक्टूबर तक घोषित होंगे उम्मीदवार

UP Assembly by-Polls: उत्तर प्रदेश में सात विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी सहानुभूति कार्ड भी चल सकती है। जो सीटें अपने विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई है वहां उनके किसी परिवारीजन को ही मैदान में उतारा जा सकता है। अन्य सीटों पर पुराने व समर्पित कार्यकर्ता को ही टिकट देने का पार्टी मन बना चुकी है। उम्मीदवारों की घोषणा 14 अक्टूबर तक कर दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश सरकार को दो कैबिनेट मंत्रियों चेतन चौहान और कमल रानी के निधन से रिक्त हुईं सीटों पर भेजे गए पैनल में उनके परिवारीजन के नाम भी शामिल हैं। नौगवां सादात क्षेत्र में चेतन चौहान 97 हजार से अधिक वोट लेकर विजयी हुए तो घाटमपुर में कमलरानी भी 92 हजार से ज्यादा वोट बटोरने में कामयाब हुई थीं। इसी प्रकार बुलंदशहर और देवरिया सीटों पर क्रमश: स्व. वीरेंद्र सिरोही व जनमेजय सिंह के परिवारीजन पर पार्टी दांव लगा सकती है। संगठन में एक बड़ा खेमा मानता है कि अल्प समय के लिए होने वाले इस चुनाव में परिवार से हटकर टिकट देने से आंतरिक खींचतान बढ़ना संभव है। ऐसे में क्षेत्रीय जनता की सहानुभूति लेना बेहतर होगा।

उत्तर प्रदेश वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व सात सीटों पर होने वाले चुनाव को भारतीय जनता पार्टी सेमीफाइल मानकर तैयारी में जुटी है। जिन सात सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से छह बुलंदशहर, नौगवां सादात, टूंडला, घाटमपुर, बांगरमऊ व देवरिया भाजपा के कब्जे वाली हैं। केवल जौनपुर की मल्हनी सीट समाजवादी पार्टी के पारसनाथ यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है।

भारतीय जनता पार्टी  सभी सात सीटें जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सभी सातों सीटों के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद कर चुके हैं। महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी सातों क्षेत्रों में जाकर चुनावी रणनीति पर चर्चा कर चुके हैं।