दूसरों के सस्‍पेंशन लेटर के चक्‍कर में खुद पर आई मुसीबत और हो गई बड़ी गलती, दो अफसर निलंबित

हरियाणा सिविल सचिवालय के दो अधिकारी अन्‍य चार अफसराें के सस्‍पेंशन के चक्‍कर में खुद बड़ी मुसीबत में फंस गए और खुद निलंबित हो गए। उनको एक सरकारी आदेश में एक अक्षर गलत टाइप करने की सजा निलंबन के रूप में मिली है। इन दोनों अधिकारियों ने शहरी निकाय विभाग के चार अधिकारियों के निलंबन आदेश टाइप करने में गलती कर दी, जिसकी सजा उन्हें मुख्य सचिव विजयवर्धन ने निलंबन के रूप में दी है।

चार अफसरों के सस्पेंशन आर्डर टाइप करने में कर दी भारी लापरवाही

मुख्य सचिव कार्यालय के इन अधिकारियों चरण सिंह और जयवीर सिंह से यह गलती हुई कि उन्होंने चार अधिकारियों के निलंबन आदेश में राज्यपाल का नाम जोड़ दिया, जबकि चारों अधिकारियों को शहरी निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन राय ने निलंबित किया था। दोषी अधिकारियों को निलंबित हालांकि उनके विभाग प्रमुख की ओर से किया जाता है, लेकिन आदेश मुख्य सचिव के कार्यालय से ही जारी होते हैं।

मुख्य सचिव कार्यालय की ब्रांच ने राज्यपाल के नाम से जारी कर दिए थे आर्डर

मुख्य सचिव कार्यालय के संज्ञान में जब यह गलती आई तो तुरंत दोषी अधिकारियों अधीक्षक चरण सिंह और सहायक अधीक्षक जयवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। राज्यपाल ने अपने नाम से जारी इस आदेश पर कड़ा ऐतराज जताया था। वैसे भी राज्यपाल आजकल खासे सक्रिय हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का उनके मिलना-जुलना लगातार हो रहा है।राज्यपाल की यह सक्रियता प्रदेश में किसी नई कहानी को जन्म दे सकती है।

शहरी निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किया था इन चार अफसरों को सस्पेंड

शहरी निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने हांसी नगर पालिका के एमई जयवीर, चीका नगरपालिका के जेई मोहन लाल, नरवाना के जेई धर्मवीर और सिसाय के संदीप कुमार को निलंबित कर दिया था। शहरी निकाय मंत्री अनिल विज के पास इनकी कई शिकायतें पहुंची हुई थी।

मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से जब इन चारों के निलंबन आदेश टाइप किए गए तो वहां अतिरिक्त मुख्य सचिव के स्थान पर राज्यपाल लिखा गया। मुख्य सचिव ने इसे काम में लापरवाही मानते हुए दोनों अधिकारियों को निलंबित करने के साथ ही अधिकारियों को यह कड़ा संदेश दिया है कि काम में लापरवाही किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।