वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने की केंद्र सरकार की जोरदार तैयारी में उत्तर प्रदेश भी बड़ी भूमिका में है। उत्तर प्रदेश ने दिसंबर तक दो लाख से अधिक लीटर की कोरोना वैक्सीन रखने की व्यवस्था कर ली है। उत्तर प्रदेश में पहले चरण में चार करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाने की तैयारी की जा रही है। इनमें भी कोरोना का टीका पहले स्वास्थ्य कॢमयों और बुजुर्गों को लगाया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ सरकार की तैयारी के बीच में प्रदेश में अभी करीब 80 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था है। कोरोना वैक्सीन की शीघ्र आमद की आहट के बीच में अब 1.23 लाख लीटर वैक्सीन रखने की और व्यवस्था की जा रही है। इस तरह कुल 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था दिसंबर तक हो जाएगी। रुटीन के अन्य टीकाकरण अभियान के अलावा कोरोना से बचाव के लिए एक समय में चार करोड़ लोगों को आराम से टीके लगाए जा सकेंगे।
वरीयता पर स्वास्थ्य कर्मी व बुजुर्ग: प्रदेश में कोरोना का टीका पहले स्वास्थ्य कर्मी और बुजुर्गों को लगाया जाएगा। सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों से डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टॉफ का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। अब तक करीब सात लाख डॉक्टर व स्टॉफ का ब्योरा जुटा लिया गया है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी कहते हैं कि पहले स्वास्थ्य कॢमयों को टीके लगेंगे और फिर इनमें से टीका लगाने के लिए स्टाफ चिन्हित होगा। डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन की अलग-अलग टीम बनाई जाएगी। 15 दिसंबर तक तैयारी पूरी हो जाएगी।
आइ लाइंड रेफ्रीजिरेटर में रखी जाएंगी वैक्सीन : कोरोना वैक्सीन रखने के लिए जो आइ लाइंड रेफ्रीजिरेटर (आइएलआर) मंगवाए गए हैं उसमें दो डिग्री सेल्सियस से लेकर आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान को बनाए रखने में मदद मिलेगी। ऐसे में यहां विदेश की फाइजर व मार्डना कंपनी के टीके लगने की कम उम्मीद है।यूपी में तेजी से जुटाए जा रहे संसाधन: यूपी ने भारत सरकार से आठ वॉक इन कूलर और चार वॉक इन फ्रीजर मांगे हैं। वहीं 1,610 आइएलआर, 1,430 डीप फ्रीजर, 26,800 वैक्सीन कैरियर और 1,950 कोल्ड बॉक्स मांगे गए हैं। अब तक 730 आइएलआर, 1,040 डीप फ्रीजर, 17,454 वैक्सीन कैरियर अब तक मिल चुके हैं। 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए 500 वर्ग फीट के कमरे बनाए जा रहे हैं और बाकी जिलों में मरम्मत का काम किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम), यूपी के जीएम (टीकाकरण) डॉ. मनोज शुक्ला कहते हैं कि तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। हम 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं। प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वाइंट तैयार हैं।
एस्ट्रेजेनिका को लेकर तैयारी: प्रदेश में जिस तरह से कोल्ड चेन को मेनटेन करने की तैयारी चल रही है, उसे देखकर यह संभावना ज्यादा है कि ब्रिटेन की फॉर्मा कंपनी एस्ट्रेजेनिका की वैक्सीन ही भारत में आएगी। ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्रेजेनिका ही आक्सफोर्ड यूनिविॢसटी की वैक्सीन को भारत के सीरम इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर तैयार कर रही है। इसके साथ ही भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन भी लग सकती है।