पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन पर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भले ही शोक व्यक्त करने ना जा पाए हों, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने जन्माष्टमी पर उनके आवास पर जाकर उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। इस दौरान भी खांटी नेता तथा समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने स्वतंत्र देव सिंह को समाजवादी पार्टी में शामिल होने का न्यौता दे दिया।
स्वतंत्र देव सिंह और मुलायम सिंह यादव की इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की श्रद्धांजलि सभा में आने के लिए ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को निमंत्रण दिया है। भाजपा ने इस मुलाकात के जरिए यह संदेश देने की भी कोशिश की है कि मतभेद भले हों लेकिन मनभेद नहीं होने चाहिए, साथ ही सियासी शिष्टाचार बहुत जरूरी है। स्वतंत्रदेव सिंह ने मुलायम समेत पूरे परिवार को श्रद्धांजलि सभा में आने का न्यौता दिया है। राजनीति के माहिर खिलाड़ी और धरतीपुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह ने उल्टे स्वतंत्रदेव सिंह को अपने ही अंदाज में सपा में शामिल होने का ऑफर दे दिया। उन्होंने कहा कि सपा में शामिल हो जाओ, तुम बहुत आगे तक जाओगे।
तस्वीर खुद स्वतंत्र देव सिंह ने ही ट्वीट की
जन्माष्टमी पर मुलायम सिंह यादव के साथ इस भेंट की तस्वीर खुद स्वतंत्र देव सिंह ने ही ट्वीट की । उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कल मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर भेंट की थी। मुलायम सिंह यादव और स्वतंत्र देव सिंह की इस मुलाकात के मायने काफी अहम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर मुलायम और अखिलेश के श्रद्धांजलि देने न पहुंचने पर पहला हमला स्वतंत्र देव सिंह ने ही बोला था। उन्होंने 24 अगस्त को ट्वीट किया था अखिलेश जी अपने आवास से मात्र एक किलोमीटर दूर माल एवेन्यू में स्वर्गीय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ को श्रद्धांजलि देने नहीं आ सके। कहीं मुस्लिम वोट बैंक के मोह ने उन्हेंं पिछड़ों के सबसे बड़े नेता को श्रद्धांजलि देने से तो नहीं रोक लिया, लेकिन अब उनकी इस मुलाकात के बहाने भाजपा ने एक तरफ तो राजनीतिक शिष्टाचार का संदेश तो दिया ही है, कल्याण सिंह मसले पर गेंद सपा के पाले में डाल दी है।
अखिलेश यादव के रीट्वीट ने सियासी पारा और चढ़ा दिया
सपा भी मामला अपने खिलाफ जाते देख सक्रिय हो गई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के रीट्वीट ने सियासी पारा और चढ़ा दिया। अखिलेश ने सपा के डिजिटल मीडिया हेड मनीष जगन अग्रवाल के एक ट्वीट को रीट्वीट किया जिसके मुताबिक नेताजी ने स्वतंत्र देव को सपा ज्वाइन करने का ऑफर दिया। इस ट्वीट में ये भी कहा गया है कि भाजपा में पिछड़ों और दलितों की अनदेखी की वजह से शायद स्वतंत्र देव सिंह नाराज हैं। समाजवादी पार्टी ने भी अपना पासा फेंका और इसे स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी में लाने की मुलायम सिंह यादव की चाहत से जोड़ दिया।
यह अखिलेश का जवाबी पैंतरा लग रहा है। वो पिताजी को कल्याण सिंह की सभा मे जाने वाली समस्या से इस तरह बचा ले गए।
माना जा रहा है कि इस भेंट के पीछे का कारण मंगलवार को लखनऊ में कल्याण सिंह के लिए होने वाली श्रद्धांजलि सभा में उन्हेंं आमंत्रित करना था। स्वतंत्र देव सिंह ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि सभा में आने का निमंत्रण दिया। इस निमंत्रण से भाजपा ने एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की है। एक तो कल्याण सिंह के निधन पर मुलायम को श्रद्धांजलि सभा में न आने का निमंत्रण देता और अगर मुलायम सिंह नहीं आते हैं तो फिर भाजपा को दोबारा समाजवादी पार्टी को घेरने का मौका मिलेगा। इससे पहले भी भाजपा ने कल्याण सिंह को लेकर अखिलेश यादव तथा मुलायम सिंह यादव को घेरा था। शिवपाल सिंह यादव ने तो अलीगढ़ जाकर कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी थी।
गौरतलब है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक-दूसरे पर छींटाकशी करने में जुटे दलों को राजनीतिक शिष्टाचार का संदेश दिया। वह समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के आवास पर मिले, कुशल क्षेम पूछा और आशीर्वाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के त्रयोदशी संस्कार से पहले इस मुलाकात के सियासी निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार शाम को ट्वीट किया आदरणीय मुलायम सिंह जी ‘नेताजी’ से उनके आवास पर भेंट कर कुशलक्षेम जाना और आशीर्वाद प्राप्त किया। मैं ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करता हूं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सोमवार अपराह्न सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के आवास पहुंचे। मुलायम ने भी सहर्ष उनका स्वागत किया और गेट तक छोड़ने भी आए।