कोरोना का असर, 9 राज्यों की प्रति व्यक्ति आय 6 फीसद तक घटी, 15 राज्यों की इकोनामी का आकार घटा

कोरोना ने इकोनामी को किस तरह से प्रभावित किया है इसका अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि 15 राज्यों की जीडीपी वित्त वर्ष 2020-21 में वर्ष 2019-20 के मुकाबले कम हो गई है। नौ राज्य ऐसे हैं जहां यह पिछले दो वित्त वर्ष के स्तर तक फिसल गई है। इनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान प्रमुख हैं। वर्ष 2018-19 के मुकाबले वर्ष 2020-21 में कुछ राज्यों में प्रति व्यक्ति आय छह फीसद तक कम हुई है।

आरबीआइ ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर जारी नई रिपोर्ट में ये जानकारियां दी हैं। यह पहली बार है कि आरबीआइ ने राज्यों की इकोनामी पर कोरोना के असर पर एक समग्र रिपोर्ट जारी की है। आरबीआइ ने इस रिपोर्ट में वर्ष 1997-98 के बाद से लेकर वर्ष 2020-21 तक के दौरान राज्यों की इकोनामी की तस्वीर पेश की है। इस रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि विगत 24 वर्षो में सिर्फ एक या दो बार ही प्रति व्यक्ति जीडीपी में कमी हुई है। वर्ष 2020-21 में भारत की आर्थिक विकास दर शून्य से 7.3 फीसद नीचे रही थी।

रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय (एनएनआइ) वर्ष 2020-21 में 86,659 रुपये थी जो वर्ष 2017-18 के 87,586 रुपये से भी कम है। चार वित्त वर्षों में प्रति व्यक्ति जीडीपी 1,00,035 रुपये से घटकर 99,694 रुपये रह गई है। पिछले दो वित्त वर्षो में ही प्रति व्यक्ति जीडीपी में 8.23 फीसद की कमी हुई है। यह पूरा आकलन जीडीपी की स्थिर कीमत पर है, मौजूदा कीमत (करेंट प्राइस) पर नहीं। आर्थिक विशेषज्ञ स्थिर कीमत पर किए गए आकलन को वास्तविक जीडीपी मानते हैं।

बहरहाल, आरबीआइ के मुताबिक वर्ष 2018-19 के मुकाबले वर्ष 2020-21 में उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति जीडीपी 6.06 फीसद, चंडीगढ़ में 2.67, हिमाचल प्रदेश में 2.54, हरियाणा में 0.53, झारखंड में 4.71, पंजाब में 5.12 और राजस्थान में 4.31 फीसद गिरी है।

बिहार की प्रति व्यक्ति आय में उछाल

बिहार उन राज्यों में से है जिसमें इस अवधि के दौरान प्रति व्यक्ति जीडीपी की राशि 29,092 रुपये से बढ़ कर 31,017 रुपये हो गई है। जम्मू व कश्मीर, त्रिपुरा, तेलंगाना, सिक्किम, तमिलनाडु, कर्नाटक व मध्य प्रदेश ऐसे राज्य हैं जिनकी प्रति व्यक्ति जीडीपी राशि इन दो वित्त वर्षो में दौरान कम नहीं हुई है। हालांकि अगर वर्ष 2019-20 से तुलना करें तो जिन 22 राज्यों ने अपना बजटीय प्रपत्र आरबीआइ को दिए हैं उसमें से 15 राज्यों में प्रति व्यक्ति जीडीपी कम हुई है।