Delhi-Haryana Way: हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के रास्ता खुलवाने के आदेश का अनुपालन करने के लिए किसान संगठनों के साथ जोर-आजमाइश नहीं करेगी। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि रास्ता खुलवाने के आदेश सुप्रीम कोर्ट के हैं। उनका अनुपालन करने के लिए हमने किसान संगठनों से बातचीत करने को हाई लेवल कमेटी बनाई। कमेटी के सदस्य किसान संगठनों के आने का सोनीपत में इंतजार करते रहे, लेकिन वह नहीं आए। उनका आना या न आना किसान संगठनों की मर्जी है। इसलिए हम सुप्रीम कोर्ट में यह सूचना दे देंगे कि हमने रास्ता खुलवाने का प्रयास किया और किसान संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं आए। उन्हाेंने कहा कि किसान आंदोलनकारी हिंसक हैं।
किसान संगठनों के बातचीत के लिए नहीं आने की सूचना सुप्रीम कोर्ट में देगी हरियाणा सरकार
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली जाने वाले रास्तों को खुलवाया जाना चाहिये, ताकि लोगों की दिक्कतों का समाधान हो सके। स्थानीय इंडस्ट्री तबाह हो गई। लोगों को परेशानी हो रही है। बातचीत लोकतांत्रिक व्यवस्था का हिस्सा है और हम उच्चतम न्यायालय को बता देंगे कि हमने प्रयास किया था। विज द्वारा किसान संगठनों के आंदोलन को ‘गदर’ बताए जाने पर दीपेंद्र हुड्डा के पलटवार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में जो हो रहा है या करवाया जा रहा है, वह दीपेंद्र हुड्डा जैसे लोग ही करवा रहे हैं। दीपेंद्र ने कहा था कि असली गदर तो सरकार में मचा हुआ है घोटालों की वजह से।
अनिल विज ने कांग्रेस पर लगाया किसान संगठनों के आंदोलन को हिंसक बनाने का आरोप
अनिल विज ने कहा कि इस आंदोलन में अगर कांग्रेस का एजेंडा न हो और जगह-जगह हिंसक घटनाएं न हों तो आंदोलन लोकतांत्रिक कहा जाएगा। विज ने कांग्रेस पर हल्ला बोलते हुए कहा कि आंदोलन पर कांग्रेस का एजेंडा हावी है और कांग्रेस के इशारे पर ही भाजपा के कार्यक्रमों को अवरुद्ध किया जाता है। इसलिए कांग्रेस इस आंदोलन में हिंसा के लिए दोषी है।
पंजाब की सियासत में मचे घमासान पर विज ने कहा कि चन्नी को मुख्यमंत्री बनाना वैसे तो कांग्रेस का अंदरूनी मामला है कि वह अपनी गाड़ी में कौन सा इंजन लगाए, लेकिन जो इंजन एक एक कदम टास कर चलता हो, वह पंजाब का क्या हाल करेगा। पंजाब के नए सीएम चन्नी का एक ट्रांसफर को लेकर टास करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है, जिस पर विज ने प्रतिक्रिया दी है।