प्रियंका पर असम के सीएम का तंज, कहा-भारत में झाड़ू लगाना घरेलू प्रथा

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्व सरमा ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाने पर तंज किया। मीडिया हाउस के एक कार्यक्रम में सरमा ने कहा कि इसमें कौन सी बड़ी बात हो गई। भारत में हर परिवार में झाड़ू लगाना एक घरेलू प्रथा है। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी मां को भी फर्श पर झाड़ू लगाते देखा है। आप लोगों ने भी अपनी मां को फर्श पर झाडू लगाते देखा होगा, इसमें नई बात कौन सी है।

सरमा ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि कोई महिला झाड़ू लगा रही है तो इसमें खबर क्या है। उन्होंने कहा कि हर भारतीय परिवारों में सुबह-सुबह झाड़ू लगाने की परंपरा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका का झाड़ू लगाना एक ड्रामा था, अन्यथा कैसे कोई फोटोग्राफर वहां उनकी झाड़ू लगाते वीडियो बनाने के लिए मौजूदा हो सकता है।

बता दें कि लखनऊ से लखीमपुरी खीरी जाते समय प्रियंका को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था। उन्हें एक गेस्ट हाउस में रखा गया था, जहां कमरे में झाड़ू लगाते हुए उनकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर आई थी।

असम में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना जारी रहेगा

एक सवाल पर सरमा ने कहा कि असम में सरकार की भू नीति के मुताबिक सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘हम एक हजार परिवारों को 77,000 एकड़ जमीन को कब्जाने नहीं देंगे। बेदखली एक सतत प्रक्रिया है।’ गौरतलब है कि असम के दरांग जिले में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी, जिसकी सियासी दलों से लेकर संगठनों द्वारा निंदा की गई थी।

प्रवासी मुसलमानों को समस्याओं की जड़ मानते हैं लोग

सरमा ने कहा कि असम में बहुत सारे लोग प्रवासी मुसलमानों को जमीन अतिक्रमण, स्वदेशी लोगों की संस्कृति और पहचान से जुड़ी कई समस्याओं की जड़ मानते हैं। यह स्वतंत्रता से पहले से चला आ रहा है। प्रवासी मुसलमानों की तरफ से स्थानीय लोगों के विश्वास को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए।

भाजपा को वोट नहीं देते मुसलमान, फिर उनके क्षेत्र में प्रचार क्यों करूं

सरमा ने उनके प्रवासी मुसलमानों के वोट नहीं चाहिए वाले विवादित बयान पर कहा कि वह जानते हैं कि मुसलमान भाजपा को वोट नहीं देते हैं। इसलिए वह मुसलमानों से वाट मांगने में अपना सयम नष्ट नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक समझौता किया है। वे हमको वोट नहीं देंगे। इसलिए मैं उनके इलाके में प्रचार नहीं करूंगा। लेकिन मैं उनके क्षेत्र में सभी विकास कार्य करवाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि असम में सात लाख घरों का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें से साढ़े चार लाख प्रवासी मुसलमानों के होंगे।