दिल्ली-एनसीआर से मानसून की वापसी हो चुकी है और बारिश थमने के साथ ही दिल्ली की बदलती फिजा के बीच हवा की गुणवत्ता भी बिगड़ने लगी है। पराली के धुएं का असर भी अब नजर आने लगा है। पर्यावरणविदों के मुताबिक हवा की दिशा बदल गई है और मानसून भी दिल्ली एनसीआर से विदा हो चुका है। ऐसे में प्रदूषण भी अब धीरे धीरे लगातार बढ़ेगा।
बता दें कि पिछले सप्ताह ही दिल्ली एनसीआर का एयर इंडेक्स 100 का आंकड़ा पार कर मध्यम श्रेणी में पहले ही आ चुका है, जल्द ही यह 200 का आंकड़ा पार कर खराब श्रेणी में पहुंच सकता है। दूसरी तरफ के वक्त हल्का कोहरे की भी शुरुआत होने लगी है। इससे भी आगे आगे वायु प्रदूषण बढ़ना तय है।
रविवार को सुबह ही नहीं, दिन भर राजधानी में प्रदूषण की हल्की सी परत देखी गई। बारिश थमने के बाद धूल प्रदूषण भी हवा की गुणवत्ता को बिगाड़ रहा है। सफर इंडिया के अनुसार धुएं व स्थानीय स्तर पर शुष्कता के कारण वातावरण में पीएम-10 की मात्रा बढ़ी है। इस वजह से भी हवा की गुणवत्ता खराब होगी। गौरतलब है कि पांच अक्टूबर तक पूर्वी और दक्षिणी पश्चिमी हवाएं चल रही थीं जो बंगाल की खाड़ी से आ रही थीं। लेकिन छह तारीख से हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी हो गई है। यह हवा जम्मू कश्मीर यानी हिमालय की पहाडि़यों से आती है। इस हवा के साथ पहाड़ों की ठंडक ही नहीं, पंजाब व हरियाणा में जलने वाली पराली का धुआं भी दिल्ली पहुंचता है।
उत्तर पश्चिमी हवा के साथ ही राजस्थान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की धूल भी दिल्ली एनसीआर आती है। यही वजह रही है कि छह तारीख को एयर इंडेक्स 114, सात को 127, आठ को 167 और नौ को 171 पहुंच गया।
दिल्ली-एनसीआर का एयर इंडेक्स
- दिल्ली – 168
- फरीदाबाद – 179
- गाजियाबाद – 222
- ग्रेटर नोएडा – 199
- गुरुग्राम – 170
- नोएडा – 168