भारतीय रिजर्व बैंक ने Centrum Financial Services और BharatPe के कंसोर्टियम को स्मॉल फाइनेंस बैंक की शुरुआत के लिए लाइसेंस दे दिया है। इससे पहले जून में आरबीआई ने इस कंसोर्टियम को स्मॉल फाइनेंस बैंक शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इस कंसोर्टियम ने संकटग्रस्त पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) Bank के अधिग्रहण को लेकर दिलचस्पी दिखायी थी। PMC Bank शहर का एक सहकारी बैंक है, जिस पर पिछले दो साल से प्रतिबंध लागू है। 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड सामने आने के बाद आरबीआई ने PMC Bank पर प्रतिबंध लगाया था।
Centrum और BharatPe की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि RBI ने स्मॉल फाइनेंस बैंक के गठन को लेकर मंगलवार को अपनी अंतिम मंजूरी दे दी। इस स्मॉल फाइनेंस बैंक में Centrum और BharatPe दोनों की बराबर हिस्सेदारी होगी। इस तरह आरबीआई ने छह साल में पहली बार किसी बैंकिंग लाइसेंस को मंजूरी दी है। इससे पहले BharatPe ने इस बात का ऐलान किया कि एसबीआई के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार बतौर चेयरमैन कंपनी के बोर्ड से जुड़ रहे हैं। कंपनी ने बताया कि कुमार स्मॉल फाइनेंस बैंक के गठन में फिनटेक कंपनी की टीम का मार्गदर्शन करेंगे।
बयान में कहा गया है कि ‘यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक’ के रूप में नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का गठन किया गया है। हालांकि, तत्काल इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि परिचालन के परिदृश्य से पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक का विलय कैसे होगा। इस बयान में कहा गया है कि Centrum के MSME और Microfinance Business का विलय यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में कर दिया जाएगा। Centrum Group के चेयरमैन जसपाल बिन्द्रा ने कहा, ”हम लोग इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि हमें लाइसेंस मिल गया है और हम BharatPe के साथ मिलकर मजबूत टीम के साथ नई पीढ़ी का बैंक शुरू करने जा रहे हैं। हम भारत का पहला डिजिटल बैंक बनना चाहते हैं।”