भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शा ने 19 साल से भी कम की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था और अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक ठोका था। वे भारत के लिए सबसे कम उम्र में डेब्यू करते हुए शतक ठोकने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने 18 साल 329 दिन की उम्र में टेस्ट डेब्यू में शतक ठोका था। हालांकि, इससे पहले का जीवन पृथ्वी शा के लिए आसान नहीं रहा। आज हम पृथ्वी शा की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि आज उनका 22वां जन्मदिन है।
9 नवंबर 1999 को महाराष्ट्र के ठाणे में जन्मे पृथ्वी शा शुरुआत से ही संघर्ष करते रहे, क्योंकि चार साल की उम्र में उन्होंने अपनी मां को खो दिया था। हालांकि, उनका जो बचपन का सपना था कि उनको क्रिकेटर बनना है, उसको उनके पिता ने पूरा कराया। इतना ही नहीं, पृथ्वी शा अपने पिता के भरोसे पर खरे उतरे और देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू भी किया। यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में उन्होंने 14 साल की उम्र में ही अपना नाम बना लिया था, क्योंकि एक एज ग्रुप टूर्नामेंट के मैच में उन्होंने दो दिन बल्लेबाजी करते हुए 330 गेंदों में 85 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 546 रन की पारी खेली थी। इस पारी की बदौलत पृथ्वी शा लोगों की नजरों में आए थे।
पृथ्वी शा का बचपन विरार में बीता और बताया जाता है कि उन्होंने तीन साल की उम्र से बल्ला पकड़ लिया था और वे उस समय प्लास्टिक की बाल से खेलते थे। कुछ समय के बाद उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट एकेडमी में डाल दिया था। इसके लिए भी पिता और बेटे को काफी मेहनत करनी पड़ी थी, क्योंकि ये क्रिकेट एकेडमी बांद्रा में थी। वो रोज विरार से बांद्रा ट्रेनिंग के जाते थे। इसके लिए पिता को सुबह 4 बजे जगना होता था।
भारत के लिए पृथ्वी शा ने तीनों फार्मेट में डेब्यू कर लिया है। वे अब तक 5 टेस्ट, 6 वनडे इंटरनेशनल और एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 1 शतक और दो अर्धशतकों के साथ 339 रन बना बनाए हैं, जबकि वनडे क्रिकेट में उन्होंने 189 रन बनाए हैं। इसके अलावा एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मैच में वे एक भी रन नहीं बना सके हैं। पृथ्वी को 53 आइपीएल मैचों का भी अनुभव है, जिसमें वे 10 अर्धशतकों के साथ 1305 रन बना चुके हैं।