National Education Day 2021 के मौके पर जानिए देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद से लेकर धर्मेंद्र प्रधान तक की क्वालिफिकेशन

11 नवंबर देश के इतिहास में महत्वपूर्ण तिथियों में दर्ज है। दरअसल, आज के दिन राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day 2021) मनाया जाता है। भारत के पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री (First Education Minister) मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती के दिन इस दिवस को मनाया जाता है। वे एक बड़े स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और प्रख्यात शिक्षाविद् थे। उन्होंने AICTE और AICTE जैसे प्रमुख शिक्षा निकायों की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई थी। इसी उपलक्ष्य में भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सितंबर 2008 में मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की। इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि देश के पहले शिक्षा मौलाना अबुल कलाम आजाद से लेकर वर्तमान के केंद्रीय शिक्षा मंत्री की क्या है योग्यता?

स्वतंत्र भारत के पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, एक स्वतंत्रता सेनानी, एक प्रख्यात शिक्षाविद् और एक पत्रकार, और स्व-शिक्षित व्यक्ति थे। उन्होंने अरबी, बंगाली, फारसी और अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में महारत हासिल की थी। एक उत्साही और दृढ़निश्चयी छात्र, छात्र आजाद को उनके परिवार द्वारा नियुक्त किए गए शिक्षकों द्वारा गणित, दर्शन, विश्व इतिहास और विज्ञान जैसे कई विषयों में भी प्रशिक्षित किया गया था।

देश के पहले शिक्षा मंत्री, आज़ाद किशोरावस्था में ही पत्रकारिता में सक्रिय हो गए थे। इसके साथ ही साल 1912 में, उन्होंने कलकत्ता में एक साप्ताहिक उर्दू अखबार अल-हिलाल (द क्रिसेंट) (Al-Hilal, The Crescent) प्रकाशित करना शुरू कर दिया था। इसके बाद में, उन्होंने दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया जैसे कई संस्थानों की स्थापना की।

धर्मेंद्र प्रधान वर्तमान के केंद्रीय शिक्षा मंत्री हैं। भारत में सबसे लंबे समय तक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय संभालने वाले धर्मेंद्र प्रधान को ‘Ujjwala Man’’ के नाम से भी जाना जाता है। ओडिशा के तालचेर के मूल निवासी प्रधान ने भुवनेश्वर के उत्कल विश्वविद्यालय से Anthropology में पीजी की डिग्री हासिल की है। वह तालचर कॉलेज के पूर्व छात्र हैं, जहां उन्होंने छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी।