Haryana Congress हरियाणा में कांग्रेस संगठन पर कब्जे के लिए खास तैयारी में जुटे भूपेंद्र सिंह हुड्डा

Haryana Congress: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक साथ दो मोर्चों पर डट गए हैं। एक मोर्चा दो मार्च से आरंभ हो रहे विधानसभा के बजट सत्र का है और दूसरा मोर्चा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव में अपने समर्थकों को जिताने का है। प्रदेश की भाजपा व जजपा गठबंधन की सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए हुड्डा ने 22 फरवरी यानी मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसके तुरंत बाद हुड्डा लगातार दो दिन अपने प्रमुख समर्थकों के साथ चंडीगढ़ में बैठक कर कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की रणनीति बनाएंगे। हुड्डा की कोशिश है कि कांग्रेस के संगठन पर उनका पूरी तरह से कब्जा हो जाए। युवक कांग्रेस के चुनाव में सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों का पूरा कब्जा रहा है।

23 व 24 फरवरी को चंडीगढ़ में प्रमुख समर्थकों के साथ मंत्रणा करेंगे पूर्व सीएम हुड्डा

हरियाणा में आजकल कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। राजस्थान के पूर्व सांसद ताराचंद भगौरा प्रदेश के चुनाव अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के लिए 31 मार्च तक सदस्यता अभियान चलना है। पार्टी यह सदस्यता अभियान आनलाइन चलवा रही है। युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव भी आनलाइन सदस्यता के आधार पर हुए थे। तब करीब 15 लाख सदस्य बनाए गए थे, जबकि चुनाव प्रक्रिया में करीब 10 लाख युवा सदस्यों ने भागीदारी की थी।

आठ साल बाद होने वाले संगठन के चुनाव में आनलाइन सदस्यता बढ़ाने पर रहेगा जोर

राज्य में पिछले आठ साल से कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव लटके हुए हैं। इसके लिए हालांकि सदस्यता अभियान कई बार चल चुका है, लेकिन तमाम सदस्यता फार्म कांग्रेस के दफ्तर से गायब हैं। यह अभी तक पता नहीं चल पा रहा कि इन्हें रद्दी में बेच दिया गया अथवा कहीं जानबूझकर गायब किया गया है। लिहाजा पार्टी ने इस बार आनलाइन सदस्यता के आधार पर चुनाव कराने की पहल की है।

शहरी निकाय और पंचायत चुनाव की रणनीति पर भी विचार संभव

हुड्डा के निजी सचिव शादीलाल कपूर और उनके भतीजे मोनू हुड्डा की ओर से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को फोन जाने शुरू हो गए हैं। 22 फरवरी की कांग्रेस विधायक दल की बैठक औपचारिक है, क्योंकि पिछले दिनों चंडीगढ़ में हुई बैठक में हुड्डा गठबंधन की सरकार के विरुद्ध विधानसभा में उठाए जाने वाले मुद्दों पर पहली ही चर्चा कर चुके हैं।

इसी दिन हुड्डा प्रेस कान्फ्रेंस करने के बाद अपनी पार्टी की रणनीति से मीडिया को अवगत कराएंगे। उसके बाद 23 व 24 फरवरी को लगातार प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा का दौर चलेगा, जिसमें हुड्डा गुट की कोशिश यही रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा आनलाइन सदस्य बनाकर कांग्रेस संगठन पर अपना कब्जा बरकरार रखा जाए। इस बैठक में शहरी निकाय और पंचायत चुनाव की रणनीति पर भी बातचीत संभव है।