भारतीय-अमेरिकी सीईओ विशाल गर्ग द्वारा संचालित डिजिटल मॉर्गेज कंपनी ‘बेटर डॉट कॉम’ ने बुधवार को अमेरिका और भारत में हजारों कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी। बुधवार को कंपनी द्वारा छंटनी की घोषणा की जानी थी, लेकिन एक कर्मचारी ने टेकक्रंच को बताया कि “उन्होंने गलती से सेवरेंस पे स्लिप्स को बहुत जल्दी रोल आउट कर दिया।” बेटर डॉट कॉम (Better.com) ने कथित तौर पर 8 मार्च को छंटनी की योजना बनाई थी, लेकिन जब मीडिया में शुरुआती तारीख की खबर लीक हुई तो इसे बढ़ाकर को 9 मार्च कर दिया।
कंपनी के कर्मचारियों और अन्य सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू कर दी है, जिसका पता प्रभावित कर्मचारियों उनके वर्कडे अकाउंट में आए सेवरेंस चेक से पता लग रहा है। कर्मचारी के अनुसार, कंपनी से बिना किसी अतिरिक्त संचार के सेवरेंस चेक आ गया। अमेरिका और भारत में कंपनी के 8,000 कर्मचारियों में से 3,000 कर्मचारियों को जाने के लिए कहा जा रहा है। कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, पहले बताया गया कि आंकड़ा लगभग 4,000 था, लेकिन अब यह “केवल 3,000 से अधिक” है।
कंपनी के सीएफओ केविन रयान ने कंपनी को एक ईमेल भेजा है, जिसमें कहा गया था कि उन्हें “ब्याज दर के माहौल और पुनर्वित्त बाजार में अस्थिरता को समायोजित करना है।” उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, इसका मतलब है कि हमें अपने संचालन को और अधिक सुव्यवस्थित करने तथा अमेरिका और भारत, दोनों में अपने कर्मचारियों की संख्या को पर्याप्त रूप से कम करने के लिए कठिन कदम उठाना चाहिए।”
रिपोर्ट्स के अनुसार, सेवरेंस पैकेज कथित तौर पर 60 से 80 दिनों का वेतन है। न्यूयॉर्क स्थित डिजिटल मॉर्गेज ऋणदाता ने अपने 9 प्रतिशत कर्मचारियों (900 लोगों को) तीन महीने पहले एक जूम कॉल के दौरान निकाल दिया था, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था। कंपनी के सीईओ विशाल गर्ग ने दिसंबर 2021 में जूम कॉल पर ही लगभग 900 कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।