Election Result 2022: पंजाब में हमारी जीत हो रही है, ये रास्ता अब पूरे देश में जाएगा: मनीष सिसोदिया

तो अब मुट्ठी खुलने का वक़्त आ गया है। जी हां आज 10 मार्च है और इसी दिन का सबको इंतजार था। मुन्तज़िर वो भी था जो इस देश का अवाम तो है, लेकिन वो इन राज्यों से ताल्लुकात नहीं रखता, लेकिन कहीं-न कहीं उनका वाबस्ता इन राज्यों से जरूर है। आज यूपी, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर के चुनाव नतीजे आ रहे हैं। जैसे-जैसे चुनाव का रिजल्ट सामने आ रहा है, चुनाव में लड़ी पार्टियां और उनके नेताओं की टिप्पणियां भी आने लगी हैं। इस बीच अखिलेश का ट्वीट आया, उन्होंने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए शुक्रिया कहा। पांचो राज्यों के चुनाव नतीजों पर क्या है राजनीतिक दलों और उनके नेताओं के बयान, हम सभी टिप्पणियों को यहां शामिल कर रहे हैं। आप एक-एक कर सभी बयान यहां पढ़ सकते हैं, जुड़े रहिये हमारे साथ

11:30 AM

केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड के भाजपा प्रभारी प्रह्लाद जोशी: यह परिणाम उम्मीद के मुताबिक है। उत्तराखंड के लोगों को हमारा काम दिखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पुष्कर सींह धामी जी और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिलकर काम किया है। मैं जनता और कार्यकर्ता को धन्यवाद देता हूं।

आम आदमी पार्टी नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया: बाबा साहब, भगत सिंह का सपना आज पूरा हुआ है। ये रास्ता अब धीरे-धीरे अब पूरे देश में जाएगा। पंजाब में आम आदमी पार्टी की नहीं आम आदमी की जीत हुई है।

आम आदमी पार्टी नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया: पंजाब के लोगों ने केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस को एक मौका दिया है। आज पूरे देश में ये स्पष्ट हो गया है कि लोग सोचते हैं कि अगर केजरीवाल होंगे तो ईमानदारी से व्यापार, रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा मिल सकती है।

गोवा मंत्री और भाजपा उम्मीदवार विश्वजीत राणे : गोवा के लिए जो काम केंद्र सरकार और हमने किया है उसकी जीत हो रही है, यहां की जनता ने घोटाले करने वाले को अस्वीकार किया है और गोवा के लिए जो सही मायने में काम कर रहे हैं उस पार्टी को उन्होंने वोट दिया है।

11:13 AM

कैलाश विजयवर्गीय: भारतीय जनता पार्टी की जीत तुष्टिकरण के खिलाफ है। किसानों का वोट हमें मिला। देश के किसान पीएम मोदी के साथ थे।

11:00 AM

गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर : हम परिणाम के रुझान देख रहे हैं; गोवा के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है।

10:32 AM

राघव चड्ढा, आम आदमी पार्टी: हम पहले दिन से कह रहे थे कि आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। पंजाब के लोगों ने भगवंत मान और केजरीवाल की जोड़ी को गले से लगाया है। पंजाब की सियासत के बड़े बड़े लोगों के सिंहासन डोल गए, उनकी अपनी सीटों पर भी हालत खराब है।

10:15 AM

दिल्ली के मंत्री और आप नेता गोपाल राय: हम पंजाब में सकारात्मक रुझान देख रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि परिणाम भी सकारात्मक होंगे। मैं पंजाब के लोगों को बदलाव के लिए वोट करने के लिए धन्यवाद देता हूं। आप ने पंजाब के 88 विधानसभा क्षेत्रों में शुरुआती बढ़त के साथ बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है।

9.57 AM

मनोज तिवारी सांसद. कलाकार

एक चैनल से बात चीत में मनोज तिवारी ने कहा, ‘ जनता का निर्णय आने पर गम नहीं मनाना चाहिएl जनादेश को सिर पर रखना चाहिए.. ‘मंदिर अब बनने लगा लगा है, भगवा रंग चढ़ने लगा है।’

09:00AM

अखिलेश ने ट्वीट में लिखा-

इम्तिहान बाकी है अभी हौसलों का

वक़्त आ गया है अब ‘फ़ैसलों’ का

अखिलेश ने कहा- मतगणना केंद्रों पर दिन-रात सतर्क और सचेत रूप से सक्रिय रहने के लिए सपा-गठबंधन के हर एक कार्यकर्ता, समर्थक, नेतागण, पदाधिकारी और शुभचितंक को हृदय से धन्यवाद! ‘लोकतंत्र के सिपाही’ जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही लौटें!

चुनाव आयोग ने यूपी, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में हुए चुनाव तारीखों की घोषणा जनवरी में की थी। आयोग ने 10 फरवरी से 7 मार्च तक चले मतदान को 7 फेज में बांटा था। सबसे लंबा चरण यूपी का रहा। यूपी में 7 चरणों में मतदान हुए। यूपी का पहला चरण 10 फरवरी से शुरू हुआ और आखिरी फेज 7 मार्च को समाप्त हुआ। बाकी के राज्य पंजाब, गोवा और उत्तरखंड में एक चरण में मतदान समाप्त हो गए। उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को वोटिंग हुई। पंजाब में 20 फरवरी को वोट पड़े। जबकि मणिपुर में दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को वोटिंग सम्पन्न हुए। चुनाव के बाद आज 10 तारीख को रिजल्ट आने लगे हैं।

इस चुनाव में भाजपा के लिए जहां एक तरफ कई राज्यों में सत्ता में दोबारा वापसी की चुनौती है, वहीं समाजवादी पार्टी के यूपी में अपनी खोई हुई जमीन को पाने का सबसे बड़ा इम्तिहान है। यूपी में भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी के डबल इंजन की सरकार कहे जाने वाले चेहरे पर चुनाव लड़ा है, तो वहीं सपा के पास अखिलेश से बड़ा दूसरा कोई चेहरा नहीं था। हालांकि, चुनाव में कई नेता भाजपा से सपा में आए जरुर, लेकिन वे पार्टी के बड़े चेहरे के तौर पर अखिलेश के सामने छोटे पड़ते नजर आए। बसपा चुनाव जरूर लड़ रही थी लेकिन, पार्टी सुप्रीमों मायावती कहीं जमीन पर नजर नहीं आईं। कांग्रेस चुनाव के दौरान पार्टी में जान फूंकने की कोशिश करती रही।