हरियाणा में नींबू के रेट में थोड़ी गिरावट, अब केला व पपीता हुआ महंगा, आम ने भी दी दस्तक

गर्मी से निजात दिलाने वाला नींबू के बढ़ रहे दाम में न केवल ब्रेक लग गए हैं बल्कि रेट भी 70 रुपये प्रति किलो से अधिक गिर गए हैं। पहले नींबू का रेट 300 रुपये प्रति किलो से अधिक पहुंच गया था। लेकिन दो दिन से रेट में गिरावट आकर अब 230 रुपये पहुंच गया है। फिलहाल नींबू की सप्लाई गुजरात से आ रही है। नींबू के रेट महंगे होने के कारण ढाबों में सलाद से गायब हुआ तो पेय पदार्थों में भी नींबू का प्रयोग कम कर दिया गया। जहां नींबू का प्रयोग हो रहा है वहां रेट बढ़ा दिए गए। यहां तक कि तोलकर लिया जाने वाला नींबू इस बार प्रति पीस के हिसाब से भी लिया जाने लगा है। अगले सप्ताह तक नींबू के रेटों में कुछ गिरावट आएगी। ज्यादा संभावनाएं आढ़ती नहीं मान रहे। इसके पीछे नींबू की फसल का खराब होना है। पपीते के रेट में भी उछाल आया है। पपीता 20 रुपये बढ़कर 35 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। इसी तरह संतरा भी महंगा हुआ है।

बाजार में रेहड़ियों पर आम दिखाई देने लगा है। हालांकि शुरूआती सीजन में आम के रेट कुछ ज्यादा है और यह 250 रुपये प्रति किलो मंडी में बिक रहा है। इसी प्रकार सेब के रेट भी तेज हुए हैं। स्टोर में रखा कश्मीरी सेब 100 रुपये प्रति किलो से अधिक हो गया तो विदेशी सेब 250 किलो बिक रहा है। बाजार में सेब की डिमांड घटी है।

फल विक्रेता सोनू अरोड़ा ने बताया कि अनानास के रेट बढ़ गए हैं। अब बाजार में अच्छी क्वालिटी का अनानास 100 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। पहले इसका रेट 50 रुपये रहा है। शादी का सीजन न हो अनानास के रेट फिर घट जाते हैं। नवरात्रों की वजह से केले के दाम भी बढ़े रहे। केला 60 रुपये दर्जन तक बिका है। सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गंगाराम के अनुसार अब केले के रेट फिर से कम आएंगे।