75वें कान्स फिल्म फेस्टिवल का समापन हो चुका है। इस साल के समारोह में दीपिका पादुकोण जूरी मेंबर में शामिल थी और अपने स्टाइल से सबको मंत्रमुग्ध भी किया। इस साल का फेस्टिवल पाकिस्तानी फिल्म ‘जॉयलैंड’ के लिए वाकई खास साबित हुआ है। इस फिल्म ने इस समारोह में दो पुरस्कार जीते हैं। कान्स फिल्म फेस्टिवल में ‘जॉयलैंड’ आधिकारिक रूप से चुनी गई अब तक की दूसरी पाकिस्तानी फिल्म है। बता दें कि इससे पहले साल 2016 में ‘जागो हुआ सवेरा’ को कान्स फिल्म फेस्टिवल में शामिल किया गया था, लेकिन इस फिल्म को कोई अवॉर्ड नहीं मिला था।
ले दो-दो अवार्ड
फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ एलजीबीटी फिल्म के लिए कान्स “क्यूअर पाम” पुरस्कार जीता और “अन सर्टेन रिगार्ड” प्रतियोगिता में जूरी पुरस्कार जीता। नवोदित निर्देशक सैम सादिक द्वारा अभिनीत, फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताती है जो एक पितृसत्तात्मक परिवार से आता है और एक डांस थियेटर में शामिल होता है और एक ट्रांसवुमन के प्यार में पड़ जाता है।
जमकर हुई तारीफ
क्वीन पाम जूरी प्रमुख, फ्रांसीसी निर्देशक कैथरीन कोर्सिनी ने फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि, “यह एक बहुत ही शक्तिशाली फिल्म है। कोर्सिनी ने कहा “जॉयलैंड’ का डंका दुनिया भर में गूंजेगा।” इसमें मजबूत चरित्र हैं जो जटिल और वास्तविक दोनों हैं। फिल्म में कुछ भी विकृत नहीं है। वहीं रस्ती फारूक, अलीना खान और सरवत गिलानी अभिनीत इस फिल्म को समीक्षकों से सकारात्मक समीक्षा मिली। स्टैंडिंग ओवेशन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, गिलानी ने रायटर्स से कहा “एक सपना सच हो गया है, ऐसा लगा कि लोग जो कड़ी मेहनत करते हैं, पाकिस्तान में कलाकारों के रूप में हम जिन संघर्षों का सामना करते हैं, वे सभी आज कामयाब हो गए हैं।”
जानें क्या है ‘जॉयलैंड’ की कहानी
‘जॉयलैंड’ पाकिस्तान के रूढ़िवादी परिवार में पैदा हुए एक युवक की कहानी बयां करता है। ये युवक एक इरॉटिक थिएटर (कामुक नाटकों का मंचन करने वाला थिएटर) में नौकरी करने लगता है। यहां उसको एक किन्नर से रिश्ता जुड़ जाता है। जब ये बात उसके परिवार तक पहुंचती है तो बड़े पैमाने पर सब उसका विरोध करने लगते हैं। इनमें उस युवक की पत्नी भी शामिल होती है।