IPL की कमाई बढ़ने से होगा पूर्व क्रिकेटरों को फायदा, BCCI ने की पेंशन डबल करने की घोषणा

अगले पांच साल यानी 2023 से 2027 तक के लिए आइपीएल के टीवी अधिकार 57.5 करोड़ रुपये प्रति मैच और डिजिटल अधिकार 50 करोड़ रुपये प्रति मैच में बिके हैं। इस तरह 107.5 करोड़ रुपये प्रति मैच की संयुक्त राशि के साथ आइपीएल दुनिया की सबसे महंगी लीगों की सूची में शामिल हो गई है। आइपीएल की कमाई बढ़ने से बीसीसीआइ के कोष में भी वृद्धि होगी और इसका फायदा पूर्व और मौजूदा भारतीय क्रिकेटरों और बीसीसीआइ से जुड़े अन्य व्यक्तियों को होगा।

बीसीसीआइ ने यह फायदा पहुंचाने की शुरुआत भी कर दी है और अपने पूर्व क्रिकेटरों और पूर्व अंपायरों की पेंशन को बढ़ाने का फैसला किया है। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, ‘यह बेहद जरूरी है कि हम अपने पूर्व क्रिकेटरों की आर्थिक स्थिति का ध्यान रखें। खिलाड़ी बोर्ड के लिए जीवन रेखा की तरह हैं और बोर्ड के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि खेल से संन्यास के बाद हम उनका ध्यान रखें। अंपायर गुमनाम नायकों की तरह हैं और बीसीसीआइ उनके योगदान को समझता है।’

आइपीएल मीडिया अधिकारों की नीलामी के दूसरे दिन तक बीसीसीआइ करीब 46000 करोड़ रुपये की कमाई कर चुका है। इस कमाई का फायदा पहुंचाने के लिए बीसीसीआइ ने अपने पूर्व महिला व पुरुष क्रिकेटरों और पूर्व अंपायरों की मासिक पेंशन में बढ़ोतरी की घोषणा की है। प्रथम श्रेणी के खिलाडि़यों में जिन्हें पहले 15,000 रुपये मिलते थे, उन्हें अब 30,000 रुपये मिलेंगे, जबकि 37,500 रुपये पाने वाले पूर्व टेस्ट खिलाडि़यों को अब 60,000 रुपये और 50,000 रुपये पेंशन वालों को 70,000 रुपये मिलेंगे।

अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी, जिन्हें अब तक 30,000 रुपये मिलते थे उन्हें अब से 52,500 रुपये मिलेंगे। इसके अलावा 2003 से पहले संन्यास लेने और 22,500 रुपये पाने वाले प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को पेंशन के तौर पर अब 45,000 रुपये मिलेंगे। आइपीएल से होने वाली कमाई का फायदा भविष्य में खिलाडि़यों को मिलने वाली सुविधाओं और जरूरतों पर भी किया जा सकता है।