Haryana Monsoon Update: हरियाणा में कल से धूलभरी आंधी के साथ कई स्थानों पर भारी वर्षा का अलर्ट

हरियाणा में हीट वेव का समापन होने वाला है। पिछले एक सप्ताह से हीट वेव के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ा हुआ तापमान फिर लू के थपेड़े गर्मी को दोगुना कर रहे थे। अब मौसम विज्ञानियों ने हीट वेव की विदाई की जानकारी आधिकारिक रूप से साझा की है। इसके साथ ही हरियाणा और पंजाब में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है।

16 से 18 जून को वर्षा की गति में तेजी देखी जाएगी। इसके साथ ही 15 जून से 18 जून तक हरियाणा-पंजाब में आकाशीय बिजली के साथ 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। 16 से 18 जून की अवधि में हरियाणा-पंजाब में वर्षा बढ़ने से दोनों राज्यों का उत्तरी क्षेत्र अधिक प्रभावित हो सकता है। किसानों के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि मानसून आने के बाद अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमीभरी हवाएं हरियाणा में 16 जून को दाखिल होंगी। अरब सागर से महाराष्ट्र गुजरात होते हुए राजस्थान तक यह हवाएं आ गई हैं है। अब इन्हें दो दिन हरियाणा तक पहुंचने में लगेंगे।

ऐसे में दोनों सागरों से आई मानसूनी हवाओं से हरियाणा में एक सिस्टम बनेगा जिससे 16 जून की रात्रि को ही वर्षा आने की संभावना है। इसके बाद 17, 18, 19 व 20 जून तक वर्षा अपना प्रभाव दिखा सकती है। यह बारिश हरियाणा की गर्मी को दूर करने का काम करेगी साथ ही फसलों के लिए जीवनदायनी बनकर आएगी। इस दौरान दिन का तापमान तापमान  40 डिग्री सेल्सियस से कम आ सकता है।

अब वर्षा आने से किसानों की कई समस्याओं का समाधान होगा। मार्च माह से लगातार तापमान बढ़ रहा है। सबसे पहले तो नरमा सहित अन्य फसलों में सिंचाई की जरूरत को वर्षा पूरा करेगी। अभी धान की रोपाई होनी है ऐसे में वर्षा इस फसल में भी किसानों की मदद करेगी।

आने वाले समय में मूंग की बिजाई होगी जिसमें भी वर्षा का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही हीट वेव और तापमान बढ़ने से फसलें जल रही थी तो कुछ दिन तक इस समस्या से भी राहत मिलेगी। जिससे फसलों की अच्छी बढ़वार होगी।

आगामी तीन से चार दिनों में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी अधिकतम तापमान में देखने को मिल सकती है। यही कारण है कि आगामी पांच दिनों के भीतर हरियाणा-पंजाब में तापमान कम होने से गर्म लहर नहीं चलेगी। बारिश और गरज चमक की स्थिति को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सलाह दी है कि इस स्थिति के दौरान सुरक्षित स्थान पर जाएं, वाटरबाडी या कमजोर भवनों से दूर रहें, पेड़ों के पास न खड़े हों।