उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बुज़ुर्ग पिता को उसके बेटों और पत्नी ने सरकारी रिकॉर्ड में मरा हुआ घोषित कराकर उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम करा ली। जब बुज़ुर्ग को अपने मर जाने की खबर मिली तो वह सऊदी अरब से अपनी नौकरी छोड़कर घर आ गया और अब अधिकारियों से खुद के जिंदा होने और आरोपियों पर कार्रवाई करने की गुहार लगा रहा है। पीड़ित का कहना है कि उसे अपने बेटों और पहली पत्नी से जान का खतरा है इसलिए उसे सुरक्षा दी जाए।
45 साल से रहता है सऊदी में
सलीम का कहना है कि वह सऊदी में पिछले 45 सालों से रहता है और ऐसे में उसकी गैर मौजूदगी में उसके परिवार ने इस काम को अंजाम दिया है। वृद्ध पीड़ित ने मुरादाबाद के जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है ताकि उसको कागजी रूप से जिंदा घोषित किया जा सके। इस मामले के संबंध में जिलाधिकारी मुरादाबाद शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि, मुगलपुरा के मोहम्मद सलीम ने आज प्रार्थना पत्र दिया है उनकी पत्नी और उनके बच्चों ने उनका फर्जी प्रमाण पत्र बनवा लिया है। हम इसकी जांच करा रहे हैं।
मौत से 7 साल पहले बनवाई जिंदा पत्नी की डेथ सर्टिफिकेट
साल 2017 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृहनगर चरोदा में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां जिंदा महिला को प्रशासन द्वारा सात साल पहले मृत घोषित कर दिया गया। राजेश्वरी खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते भटक रही है। उसने अब नए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
शराब का केस खत्म कराने को बनवाया फर्जी डेथ सर्टिफिकेट
इसी साल सोनीपत शहर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था। दरअसल, अवैध शराब सप्लाई के मामलों से बचने के लिए आरोपी ने अपनी पत्नी और भाई व भाभी की मदद से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उसे उत्तराखंड हाईकोर्ट में जमा कर कर दिया, ताकि उसके खिलाफ दर्ज मामले रफा-दफा हो सकें। वहीं, 12 साल बाद एक व्यक्ति की शिकायत के बाद इस मामले की पोल खुल गयी है। इसके बाद सोनीपत पुलिस ने आरोपी संजय, उसकी पत्नी रितु और भाई नरेंद्र व भाभी माया के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पत्नी का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बना हड़पी संपत्ति
साल 2020 में हजरतगंज इलाके में रहने वाली एक युवती ने पति पर जाली डेथ सर्टिफिकेट बनाकर महिला मित्र व उसके भाइयों की मदद से फ्लैट बेचने और बैंक में जमा 1.78 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। यही नहीं पति ने महिला मित्र से दूसरा विवाह भी रचा लिया।
पहले पति के डेथ सर्टिफिकेट से मिली सरकारी नौकरी
फर्जी तरीके से सरकारी शिक्षिका बनने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने तीन-तीन शादियां की। महिला ने पहले पति से तलाक लिया, दूसरी शादी कर ली। इसके बाद जब पहले पति की मौत हो गई तो उसका मौत का प्रमाण पत्र बनवाकर विधवा कोटे से शिक्षिका बन गई। इस बीच उसने दूसरे पति को भी तलाक दे दिया और तीसरी शादी कर ली. तीसरे पति से अनबन होने पर जब झुंझुनूं एसपी को परिवाद दिया तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जिस पर झुंझुनूं की गुढ़ागौडजी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रामनिवास की मौत 2001 में हुई थी जबकि मंजू ने जो प्रमाण पत्र बनवाया, उसमें इसकी तारीख 15 फरवरी 2000 लिखी हुई है। तब वह जिंदा था।
पति का डेथ सर्टिफिकेट बनवा कर बेच दी प्रॉपर्टी
बिहार के पटना से चौंकाने वाला मामला सामने आया था। यहां प्रॉपर्टी के लिए पत्नी ने जिंदा पति का ही फर्जी सर्टिफिकेट बनवा कर सारी संपति अपने नाम कर ली। इसके बाद उसने सारी संपति किसी और को बेच दी।
महिला को मिला 26 लाख के इंश्योरेंस के पैसे
मुर्शिदाबाद में एक महिला ने कथित तौर पर अपने सऊदी प्रवासी पति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर उनके पैसे और संपत्ति अपने नाम करा ली। घटना मुर्शिदाबाद के बरना थाना क्षेत्र की है। नूरजमल शेख के रूप में पहचाने जाने वाला “मृत” पति अब अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए दर-दर भटक रहा है।