दो जिलों में मचा हाहाकार::बिजली कटौती से परेशान हजारों की भीड़ ने बिजली घर पर बोला धावा, कर्मचारी भागे, धरने पर बैठे बीजेपी के निवर्तमान पार्षद

  • धीरज नगर की है समस्या, 30 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित, रात में न तो नींद पूरी हो पा रही और न ही पानी मिल पा रहा

    उमस भरी गर्मी में अघोषित बिजली कटौती से फरीदाबाद और पलवल में हाहाकार मचा हुआ है। रात में समय न तो लोगों की नींद पूरी हो पा रही है और न ही सुबह पानी मिल पा रहा है। हैरानी की बात यह है कि फोन करने पर कोई भी बिजली अधिकारी फोन तक नहीं उठाते।

    ग्रेटर फरीदाबाद के धीरजनगर में एक सप्ताह से अघोषित बिजली कटौती से परेशान हजारों लोगों ने ट्रक व ट्रैक्टरों में बैठकर सेक्टर 31 बिजली घर पर धावा बोल दिया आैर विभाग के जमकर नारेबाजी की। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बिजली कर्मचारी आफिस छोड़कर फरार हो गए। कुछ देर बाद निवर्तमान पार्षद अजय बैसला भी बिजली घर पहुंचकर धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घंटों लोगों को समझाने बुझाने और बिजली अधिकारियों से बातचीत करने के बाद प्रदर्शनकारियों को शांत करा वापस घर भेजा बिजली विभाग को व्यवस्था सुधारने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है।

    बिजली कटौती की दिक्कत झेल रहे धीरज नगर निवासी मंजू, अनुराधा, गीता, शांति, बॉबी, गुलज़ार, मुकेश आदि का कहना है कि पिछले एक महीने से बिजली का संकट है। पिछले एक सप्ताह से तो 24 घंटे में महज 8-10 घंटे ही बिजली आती है। उसमें भी वोल्टेज लो रहता है। रात में गायब हो जाती है। भीषण उमस में लोगों का जीना बेहाल हो गया है। रात में किसी की नींद पूरी नहीं हो पा रही है। वोल्टेज इतना लो रहता है कि पंखा भी नहीं चलता। जेई और एसडीओ फोन तक नहीं उठाते।

  • सात घंटे बाद बहाल हो पायी सप्लाई

    पलवल में शुक्रवार की रात आधे शहर में बिजली गायब रही। खासकर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, प्रकाश विहार, बसंत विहार, कल्याण एंक्लेव, सांवल विहार आदि में रात के करीब दो बजे बिजली कट गई। इसके बाद सुबह आठ बजे सप्लाई बहाल हो पायी। बसंत विहार निवासी दीपक चौधरी, मास्टर शिवदयाल, कन्याण एंक्लेव निवासी महेश कुमार आदि ने बताया कि रात में उनका इनवर्टर तक जवाब दे गया। बिजली न होने से पानी सप्लाई बाधित रही। इससे स्कूल बच्चे बगैर स्नान किए स्कूल जाने को मजबूर हुए। नगर परिषद के स्थानीय पार्षद पवन भड़ाना का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से बिजली समस्या पैदा हो रही है। समय रहते यदि ओवरलोड की समस्या खत्म कर दी जाए तो ऐसी नौबत न आए।