प्रधानमंत्री के यूपी दौरे से पहले कानपुर में माहौल बिगाड़ने की साजिश हुई। बिल्हौर पंतनगर में रात 11 बजे एक युवक राहुल पर जानलेवा हमला किया गया। हमलावर दूसरे समुदाय के थे। युवक के समर्थन में तमाम लोग सड़क पर उतर आए। जय श्री राम के नारे लगाने लगे। पुलिस ने लोगों को शांत कराया।
गांव में तनाव का माहौल देखकर पीएसी तैनात की गई है। पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा और मंडलायुक्त राजशेखर घायल युवक को देखने हैलट अस्पताल पहुंचे। 60 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
प्रधानमंत्री बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के लिए जालौन आ रहे हैं। कानपुर में चकेरी एयरपोर्ट पर चेंज ओवर होगा। यानी दिल्ली से विमान चकेरी एयरपोर्ट पर लैंड होगा। फिर यहां से वे सेना के हेलिकॉप्टर से जालौन जाएंगे।
3 जून को 60 किमी दूर परौंख गांव में थे पीएम, तब कानपुर में हिंसा हुई
इससे पहले 3 जून को कानपुर के यतीमखाना से हिंसा भड़की थी। उस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी कानपुर के परौंख गांव में मौजूद थे, जोकि घटनास्थल से सिर्फ 60 किमी पर था। इस गांव से निकलकर राष्ट्रपति और पीएम को यतीमखाना से सिर्फ डेढ़ किमी दूर पहुंचना था। जांच में सामने आया था कि ये हिंसा साजिशन हुई थी।
फास्ट-फूड के लिए गया था युवक
शुक्रवार रात हमले में घायल राहुल के साथ उनके भाई प्रथम भी थे। उन्होंने बताया,”कस्बे में ही एक दुकान पर फास्ट-फूड खाने गए थे। इसके बाद हम दोनों घर लौट रहे थे। डॉ. रहमान के घर के सामने पहुंचे ही थे कि पीछे से बाइक पर कुछ लड़के आए। विवाद हुआ। घेरने वालों में शादाब, मो. जैद, कासिम खां, दानिश खां, हाशिम खां, तामिल खां, जाहिद खां, कामिल खां, दाउद खां, शहनवाज खां, अरबाज खां, शोहेल खां, बाबू खां, आसिफ खां हसीम कुरैशी समेत अन्य थे। इसके बाद मारपीट करने के साथ ही तलवार और चापड़ से हमला कर दिया। मैं तो जान बचाकर किसी तरह भाग निकला। दबंगों ने राहुल को घायल कर दिया।”
50 से 60 लोग सड़क पर आए, हाथ में लाठी-डंडे थे
कुछ देर में माहौल बिगड़ने लगा। 50 से 60 लोग सड़क पर निकल आए। उनके हाथ में लाठी-डंडे थे। जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। गांव में सांप्रदायिक माहौल खराब होने लगा। आईजी प्रशांत कुमार और एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह गांव पहुंचे। तनाव को देखते हुए पीएसी को लगाया गया है।
16 नामजद, छह आरोपी रात में अरेस्ट, तीन टीमें गठित
बिल्हौर हमले में घायल युवक राहुल को सीएचसी से हैलट रेफर कर दिया गया। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया, “घायल युवक राहुल के भाई प्रथम की तहरीर पर 16 नामजद और 50 से ज्यादा अज्ञात पर एफआईआर लिखी है। हत्या का प्रयास, बलवा समेत अन्य धारा लगी हैं। देर रात दबिश देकर 6 आरोपियों को अरेस्ट किया है। तीन टीमें गठित करके बाकी लोगों को तलाश किया जा रहा है।”
एसपी आउटर ने बताया कि जांच में आरोपियों और घायल की कोई रंजिश सामने नहीं आई है। प्राथमिक जांच में तो यही लग रहा है कि इलाके का माहौल बिगाड़ने के लिए साजिश रची गई थी।
3 जुलाई की हिंसा में सामने आया था पीएफआई का कनेक्शन
3 जून दोपहर 2 बजे के करीब शहर के यतीमखाना के पास की मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की गई। दोपहर 2.30 बजे लोग बाहर निकले और बाजार में खुली हुई दुकानों को बंद कराने लगे। चंद्रेश्वर हाता के हिंदू दुकानदारों ने दुकानें बंद करने से मना कर दिया।
इसके बाद भीड़ की ओर से चंद्रेश्वर हाता को निशाना बनाया जाने लगा। यहां जो गाड़ियां बाहर थीं, उन्हें तोड़ दिया गया। हिंसा से जुड़े सीसीटीवी सामने आए हैं। जिसमें दिख रहा है कि इसकी तैयारी पहले से की गई थी। इस घटना में तीन FIR दर्ज की गईं। इस मामले में हयात जफर हाशमी को मास्टर माइंड माना गया। पीएफआई कनेक्शन भी मिला था।