TCS के शेयर मार्केट में 18 साल पूरे:1 लाख के निवेश को बनाया 30 लाख रुपए, भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी

भारत में टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को शेयर मार्केट में आज (गुरुवार) यानी 25 अगस्त को 18 साल पूरे हो गए हैं। इस कंपनी के शेयर्स की लिस्टिंग मार्केट में 25 अगस्त 2004 को हुई थी। तब से लेकर अब तक TCS के शेयर्स ने इन्वेस्टर्स को करीब 3000% का रिटर्न दिया है।

मतलब, अगर आपने TCS के शेयर्स में 1 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया होता, तो यह आज 30 लाख रुपए हो जाते। TCS का शेयर आज 1.15% गिरकर 3,218.00 रुपए पर बंद हुआ है। वहीं पिछले एक साल में इस स्टॉक में 12.36% की गिरावट आई है।

850 रुपए था TCS का इश्यू प्राइस
TCS का इश्यू प्राइस 850 रुपए था और यह लिस्टिंग डे पर 26% प्रीमियम (226 रुपए बढ़कर) के साथ 1,076 रुपए पर लिस्ट हुआ था। कंपनी ने 4,713 करोड़ रुपए के IPO साइज के साथ ऑफर प्राइस बैंड 775-900 रुपए प्रति शेयर तय किया था।

3 बार स्प्लिट हो चुका है TCS का शेयर
यह स्टॉक लिस्टिंग से अब तक 3 बार ( 2006, 2009 और 2018) 1/2 में स्प्लिट हो चुका है, उस हिसाब से तब इसका इश्यू प्राइस 106 रुपए होता है। आसान भाषा में समझें तो उस समय जिस निवेशक ने 10 शेयर्स लिए थे, स्प्लिट होकर वो अब 80 शेयर्स हो गए हैं।

TCS सब्सक्रिप्शन

कितनी बड़ी है TCS कंपनी?
TCS मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। यह दुनियाभर में 6 लाख कर्मचारियों के साथ सबसे बड़ी IT कंपनी भी है। फर्म के 93% कर्मचारी भारतीय मूल के हैं। TCS के कर्मचारी टाटा ग्रुप द्वारा नियुक्त कुल कर्मचारियों का लगभग 57% है। TCS 1980 में भारत में एक सॉफ्टवेयर रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर खोलने वाली पहली कंपनी थी। वर्तमान में TCS 46 देशों में 149 लोकेशंस पर काम करती है।

TCS का टाटा ग्रुप के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में 55% और उसके प्रॉफिट का आधा हिस्सा है। वास्तव में TCS देश की दूसरी सबसे ज्यादा प्रॉफिट देने वाली फर्म है। निफ्टी-50 के कुल प्रॉफिट में इसकी 10% हिस्सेदारी है। TCS का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 12 लाख करोड़ रुपए है, जो इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा के टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन के बराबर है।