आधी नींद के साइड इफेक्ट्स:नींद पूरी न होने से प्री-डायबिटीज का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के तरीके

40 लाख में सिर्फ एक व्यक्ति के जीन ऐसे होते हैं, जो तय मानक से आधी नींद के बावजूद स्वस्थ रहते हैं। अधिकांश लोग यदि 7 से 8 घंटे नींद न लें तो न केवल इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाएगा, बल्कि कैंसर सहित कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाएगा। मात्र हफ्ते भर की नींद में रोजाना दो घंटे की कमी से व्यक्ति प्री-डायबिटिक की स्टेज में पहुंच सकता है।

सवाल: पूरी नींद किसे कहेंगे। नींद कैसे पूरी करें?
जवाब: पूरी नींद वह होती है जिसके बाद व्यक्ति स्वयं को हल्का , ऊर्जावान, ताजा और खुश महसूस करता है। नींद पूरी करने के लिए स्लीप हाइजीन को समझें और उसका पालन करें।

सवाल: सुबह सिर में भारीपन रहता है। रात में 5 से 6 घंटे और दोपहर में एक घंटे नींद लेता हूं। कोई उपाय बताएं।
जवाब: 
नींद की कमी, ब्लड प्रेशर, माइग्रेन और रात में नींद टूटने की समस्या (OSA) आदि कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से उठने के बाद भी सिर में भारीपन बना रह सकता है।

सवाल: मुझे दोपहर 11 से 3 बजे के बीच भारीपन और सुस्ती रहती है। क्या करूं?
जवाब: दोपहर 11 से 3 के बीच भारीपन और सुस्ती का कारण OSA या नींद में अत्यधिक खर्राटे आने के कारण होते हैं। इसके चलते सांस की नली कुछ पल के लिए ब्लॉक हो जाती है, जिससे दिमाग तक पूरी ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। नतीजतन दिन में भारीपन और सुस्ती रहती है।

सवाल: रात को सोते समय भी दिमाग चलता रहता है। सपने हकीकत से लगते हैं। सुबह दिमाग थका हुआ सा लगता है। इसका क्या कारण है। उपचार क्या है?
जवाब: 
सोते समय विचारों का आना एक आम समस्या है। अत्यधिक मोबाइल देखना तथा अत्यधिक सूचना क्रांति इसका मूल कारण है। दिन में मल्टीटास्किंग करें तथा चिकित्सक की सलाह लें।

सवाल: क्या रात में 5 घंटे और दिन में 2 घंटे सोकर नींद पूरी कर सकते हैं? क्या इसके कोई दुष्प्रभाव हैं?
जवाब: 
रात को 6 घंटे की नींद जरूर लें। दिन में 1 घंटे की नींद या पावर नैप ले सकते हैं।​​​​​​​

सवाल: मुझे रात में सपने बहुत आते हैं। क्या करें कि सपने न आएं?
जवाब: 
अत्यधिक सूचनाओं से बचें, मोबाइल कम देखें और टीवी बेडरूम में न रखें।

सवाल: पिछले 4 साल से प्रतिदिन सुबह 3-4 बजे के बीच मेरी नींद टूट जाती है। मैं रात 11 बजे सोती हूं। क्या मुझे नींद की दवा लेनी चाहिए? मैं नियमित एक घंटे एक्सरसाइज करती हूं।​​​​​​​
जवाब: नींद की समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही दवा ले सकते हैं।

सवाल: डॉक्टर की सलाह से पिछले 14 साल से एंग्जाइटी और नींद की गोलियां ले रही हूं। इनकी मात्रा घटी है पर क्या ये अब बंद नहीं हो सकतीं?
जवाब: 
अगर नींद न आने के कारण को पहचान कर, स्लीप टाइमिंग को मेंटेन किया जाए तो दवा बंद भी हो सकती है।

सवाल: रात 2 से 5 बजे के बीच लगभग रोज नींद टूटती है। इसका क्या कारण है?
जवाब: 
आधी रात नींद टूटने के मुख्य कारण अत्यधिक खर्राटे आना, लघुशंका का होना तथा चिंता या बदन दर्द होना है।

सवाल: अच्छी नींद के लिए डाइट में क्या शामिल करना चाहिए?
जवाब: 
अच्छी नींद के लिए चाय, कॉफी, मदिरा का सेवन न करें। मिर्च मसाले वाला खाना कम खाएं। पर्याप्त मात्रा में भोजन करें ताकि भूख की वजह से नींद न टूटे।

सवाल: रात में अचानक सोते समय मेरी सांस 2 से 3 सेकंड के लिए रुक जाती है, जिससे घबराकर उठ जाता हूं। यह क्या समस्या है? कैसे ठीक करें?​​​​​​​
जवाब: यह OSA या खर्राटों की बीमारी हो सकती है। इसके लिए स्लीप स्टडी करवाएं तथा रिपोर्ट के अनुसार CPAP | BiPAP ट्रीटमेंट लें।

सवाल: नींद की दवाइयों के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? क्या करें कि नींद के लिए दवाइयां न लेनी पड़ें?
जवाब: 
दिन में भी चक्कर, सूनापन, थकान इत्यादि नींद की दवा के साइड इफेक्ट्स होते हैं। नींद की दवा न लेनी पड़े इसके लिए स्लीप-हाइजीन मेंटेन करें। ​​​​​​

सवाल: अच्छी नींद के लिए क्या करें?
जवाब: 
अच्छी नींद के लिए नियमित सैर करें, खुश रहें, ज्यादा तला-चिकना खाना न खाएं। मोबाइल, टीवी कम देखें और कमरे की रोशनी कम रखें। नींद आने पर शयन कक्ष में जाएं।