कच्ची सब्जियां खाना नुकसानदायक:रिसर्च में दावा- सख्त वीगन डाइट फॉलो करने से सेहत खराब हो सकती है

आजकल वीगन डाइट का चलन बढ़ता जा रहा है। लोग अपनी सेहत सुधारने के लिए सिर्फ फल-सब्जियों से बने व्यंजनों को खाने में शामिल कर रहे हैं। दुनियाभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इसके कई फायदे हैं। यह डाइट वजन, कोलेस्ट्रॉल लेवल और दिल की बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए जानी जाती है।

मगर कुछ लोगों के लिए वीगन डाइट हानिकारक साबित हो रही है। ऐसे लोग डाइट के एक्सट्रीम वर्जन को फॉलो करते हैं और कच्चा खाना खाने का चयन करते हैं। कुछ लोग तो इस हद तक चले जाते हैं कि सब्जी या फल के दूसरे फॉर्म, जैसे बादाम से बने दूध का सेवन भी नहीं करते।

उनका मानना है कि फल-सब्जियों को पकाने से उनके जरूरी न्यूट्रीएंट्स खत्म हो जाते हैं। इन्हें कच्चा खाने से शरीर में एनर्जी बढ़ती है और कई बीमारियों को रिवर्स किया जा सकता है या उनसे बचा जा सकता है। पर रिसर्च की मानें तो सख्त वीगन डाइट फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकती

1. जरूरी न्यूट्रिएंट्स की मात्रा कम होती है

कुछ कच्ची सब्जियों को पकाकर खाने से उनके पोषक तत्वों में कमी आती है। जैसे लाल भाजी को पकाने से उसमें मौजूद थियामाइन 22% तक घट जाता है। ये विटामिन B1 का ही फॉर्म होता है, जो नर्वस सिस्टम को मजबूत रखता है। हालांकि, कुछ सब्जियां ऐसी भी होती हैं, जिन्हें पकाने से उनके न्यूट्रिएंट्स बढ़ जाते हैं।

उदाहरण के लिए, पालक को पकाने से हम उसमें मौजूद कैल्शियम को बेहतर तरीके से एब्जॉर्ब कर पाते हैं। टमाटर को पकाने से भले ही विटामिन C 28% कम हो जाए, लेकिन लाइकोपीन की मात्रा 50% से ज्यादा बढ़ जाती है। यह कैंसर और दिल की बीमारी के खतरे को कम करता है। गाजर, मशरूम, एस्पेरेगस, ब्रोकली, केल और फूलगोभी को भी पकाना जरूरी होता है।

2. महिलाओं को पीरियड्स में आ सकती है समस्या

सख्त वीगन डाइट को सही तरीके से प्लान न करने पर अनजाने में ही आपका वजन घट सकता है। युवा महिलाओं के लिए ये परेशानी की वजह बन सकती है। रिसर्चर्स के मुताबिक, 45 साल से कम उम्र की 30% महिलाओं ने तीन साल तक लगातार इस डाइट को फॉलो किया। इस दौरान उन्हें आंशिक या पूरी तरह से माहवारी आना बंद हो गई।

इस स्थिति से महिलाओं को बांझपन या कमजोर हड्डियों का सामना करना पड़ सकता है। दूसरे शोध में भी पाया गया कि हमेशा कच्चे फल-सब्जियां खाने वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है।

3. विटामिन-मिनरल की कमी होने की आशंका

कच्ची वीगन डाइट में विटामिन B12, D, सेलेनियम, जिंक, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल नहीं होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये सभी ज्यादातर मांस और अंडों में रहते हैं। एक स्टडी में पाया गया कि कच्चा खाना खाने वाले 38% लोगों में विटामिन B12 की कमी थी। इससे पीलिया, मुंह में छाले, देखने में परेशानी, डिप्रेशन और मूड में बदलाव होने की संभावना होती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि आप सख्त वीगन डाइट फॉलो करते हैं या करना चाहते हैं, तो इसके फायदे और नुकसान दोनों को अच्छे से समझ लें। डाइट को न्यूट्रिएंट्स के हिसाब से प्लान करें, ताकि शरीर में किसी चीज की कमी न हो। लंबे समय तक इसी डाइट पर कायम न रहें।