बीजेपी झुंझुनूं से करेगी मिशन 2023 का आगाज:वर्किंग कमेटी में कल मंजूर होगा चुनावी कैंपेनिंग का प्लान, 17 नवम्बर से पहले फेज की होगी शुरुआत

राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा के चुनाव के लिए बीजेपी अभियान शुरू करने जा रही है। बीजेपी के इस अभियान की शुरुआत 13 नवंबर को झुंझुनूं में होने वाली वर्किंग कमेटी की बैठक से होगी। इसके लिए बीजेपी ने तैयारियां पूरी कर ली है। यूं तो वर्किंग कमेटी की बैठक हर साल होती है, लेकिन 13 नवंबर को होने वाली यह बैठक पूरी तरह चुनावी बैठक है। इसके बाद बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड में आ जाएगी।

क्यों महत्वपूर्ण है ये बैठक
बीजेपी की यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें बीजेपी अगले 4 महीनों की वर्किंग और चुनावी साल का प्लान अप्रूव करने जा रही है। बीजेपी में संगठन के स्तर पर इसे लेकर वर्किंग हो चुकी है। वर्किंग कमेटी की बैठक में आगे की तैयारियों को मंजूरी मिल जाएगी। साथ ही चुनावी तैयारियों के लिए जिम्मेदारियां भी तय हो जाएगी। ताकि बैठक के बाद बीजेपी उन सभी निर्णयों को लागू कर सके।

झुंझुनूं में बैठक करने का क्या है कारण
बीजेपी ने यह बैठक में झुंझुनूं में रखी है। इसका बड़ा कारण शेखावाटी बेल्ट में पिछले विधानसभा चुनाव में उनका बुरी तरह पिछड़ना है। इस क्षेत्र में सीकर, झुंझुनूं और चूरू जिलों की 21 विधानसभा सीटों में से बीजेपी सिर्फ 4 सीटों पर काबिज है। ऐसे में इस क्षेत्र में बैठक कर चुनावी साल से पहले एक माहौल बनाने की तैयारी में है। साथ ही इस क्षेत्र में बड़ी बैठक अब तक नहीं हुई है, इस वजह से भी इसे चुना गया है।

बीजेपी का पूरे प्रदेश को छूने का लक्ष्य
बीजेपी प्रदेश संगठन अपने कार्यक्रम इस तरह से डिजाइन कर रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में उनकी हाजिरी लग जाए। बीजेपी नेता ने बताया कि वर्किंग कमेटी की दो बैठक जयपुर और एक कोटा में हो चुकी है। इसके अलावा आमेर में सालों बाद राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक कराई गई। इसके बाद कुंभलगढ़ में प्रदेश संगठनात्मक चिंतन बैठक हुई। इसी तरह सालों बाद भरतपुर में संयुक्त मोर्चा की प्रदेश वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। वहीं इसी साल सितंबर में जोधपुर में ओबीसी की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक हुई। इसके अलावा जयपुर, बीकानेर और जोधपुर में बूथ सम्मेलन भी बीजेपी कर चुकी है।

चुनावी अभियान को इस तरह आगे बढ़ाएगी बीजेपी
बीजेपी अलग-अलग हिस्सों में चुनावी अभियान को आगे बढ़ाएगी। इसकी शुरुआत कांग्रेस सरकार के 4 साल पर उसे घेरने के साथ करेगी। इसके बाद आगे के कार्यक्रम होंगे।

जानते हैं किस तरह रहेगा बीजेपी का प्लान-:

रथ यात्रा, हर विधानसभा में प्रदर्शन
बीजेपी 17 नवम्बर से सरकार के 4 साल पर उसे घेरने के अभियान का आगाज करेगी। इसके लिए बीजेपी ने सरकार की विफलता का एक ब्लैक पेपर भी तैयार करवाया है। इस दौरान बीजेपी रथ यात्रा निकालेगी। इसके माध्यम से बीजेपी के तमाम बड़ नेता अलग-अलग विधानसभाओं में जाएंगे। वहीं विधानसभा से लेकर जिला, संभाग और फिर प्रदेश स्तर पर बीजेपी सरकार की विफलताओं को गिनाएगी।

हर बड़ा नेता 5 से 10 विधानसभाओं में जाएगा
इसके अलावा बीजेपी को हर विधानसभा स्तर तक मजबूत करने के लिए बड़े नेताओं की भी जिम्मेदारियां तय कर ली गई हैं। प्रदेशाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश पदाधिकारी, वर्किंग कमेटी के सदस्य और पूर्व मंत्रियों सहित तमाम प्रमुख नेताओं को 5 से 10 विधानसभाओं में जाने का टारगेट दिया गया है। ये नेता हर विधानसभा का दौरा कर वहां बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाएंगे।

पार्टी में एकजुटता का मैसेज देंगे
इसी तरह संगठनात्मक रूप से खुद को मजबूत दिखाने के लिए बीजेपी अपने कार्यक्रमों में एकजुटता का संदेश भी देगी। दिल्ली में पिछले महीने हुई बैठक में केंद्रीय नेतृत्व से यह मैसेज प्रदेश के तमाम नेताओं को दिया गया था कि वे प्रदेश में कोई भी रैली या सभा करें तो उसमें प्रदेश के तमाम बड़े नेता शामिल हों। ऐसे में मार्च तक के कार्यक्रम में तमाम नेताओं को शामिल कर बीजेपी एकजुटता का संदेश देगी।

बड़े नेताओं के दौरे कराए जाएंगे
बीजेपी लगातार केंद्रीय स्तर के बड़े नेताओं के दौरे और सभाएं कराएगी। पिछले दो महीने में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा राजस्थान का दौरा कर चुके हैं। इसी तरह यह आगे भी बरकरार रहेगा। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय पदाधिकारियों के दौरे और सभाएं भी होंगी। सरकार के 4 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष या गृहमंत्री अमित शाह की रैली जयपुर में होगी।

उप चुनाव जीतकर मैसेज देने की तैयारी
बीजेपी ने सरदार शहर उप चुनाव के लिए भी कमर कसी है। बीजेपी की तैयारी है कि इस उप चुनाव को जीता जाए। ऐसे में इसे जीतकर विधानसभा चुनाव से पहले मैसेज देने की स्ट्रेटजी पर बीजेपी चल रही है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले संभवतय: ये अंतिम उप चुनाव हो। ऐसे में इसे उसी तरह मानकर बीजेपी उप चुनाव लड़ेगी।