असम में होंगे अधिक मतदान केंद्र और कम अधिकारी, कोविड-19 के मद्देनजर किया गया बदलाव

 कोविड-19 महामारी को देखते हुए शारीरिक दूरी के नियमों के मद्देनजर आयोग ने कुछ फैसले लिए हैं। इसके तहत मतदान केंद्रों पर तैनात किए जाने वाले अधिकारियों की संख्या में बदलाव किया गया है। इसके तहत 1500 की जगह 1000 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त सुनिल अरोड़ा ने बुधवार को दी। उन्होंने बताया, ‘महामारी के कारण पैदा हालात को देखते हुए असम में मतदान केंद्रों की संख्या को भी बढ़ाया गया है जो करीब 5000 होगा और आगामी चुनावों में यह संख्या 33 हजार तक जा सकती है।’

बता दें कि असम में विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Election) के लिए राजनीतिक पार्टियों के बीच गहमागहमी बढ़ गई है। कांग्रेस व पांच अन्य दलों ने मंगलवार को असम में विधानसभा चुनावों के लिए आधिकारिक तौर पर महागठबंधन की घोषणा की। असम में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। इस क्रम में असम में राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से राज्य विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराने का अनुरोध किया। बता दें कि चुनाव आयोग राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर है। आयोग ने गुवाहाटी के एक होटल में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा भी की है।

16 जनवरी से देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत हुई है और केंद्र के निर्देशानुसार असम में हफ्ते में चार दिन वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा। असम में अब तक कोरोनावायरस संक्रमण के मामले 2 लाख 17 हजार के करीब पहुंच गई है। हाल में ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि असम में कोविड-19 के हालात काबू में हैं और 31 दिसंबर के बाद से संक्रमण के रोजाना 50 से कम मामले सामने आ रहे हैं। असम में अब तक 62,41,227 सैंपलों की जांच की जा चुकी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 1 करोड़ 5 लाख 95 हजार 6 सौ 60 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसमें से 1.02 करोड़ लोग ठीक भी हो चुके हैं। देश में कोरोना वायरस के कारण अब तक कुल 1 लाख 52 हजार 7 सौ 18 लोगों की मौत हो चुकी है।