कतर में फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल के दिन रविवार को पूर्वोत्तर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन को फुटबाल से जोड़ते हुए कहा कि जब किसी खिलाड़ी का व्यवहार खेल की भावना के विरुद्ध होता है तो उसे रेड कार्ड दिखाया जाता है और मैदान से बाहर भेज दिया जाता है। इसी तरह पिछले आठ वर्ष में सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास की राह में आईं भ्रष्टाचार, भेदभाव, हिंसा और वोट बैंक की राजनीति जैसी कई बाधाओं को रेड कार्ड दिखाया है। आज सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास पर सात लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
कई संगठनों ने अपनाई शांति की राह
पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की स्वर्ण जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत में पूर्वोत्तर को विभाजित करने के प्रयास किए गए थे, लेकिन अब हम इन विभाजनों को खत्म कर रहे हैं। पिछले आठ वर्षों में कई संगठनों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर शांति की राह अपनाई है। राज्य सरकारों के साथ समन्वय से यह सुनिश्चित करने के लिए स्थिति में लगातार सुधार किया जा रहा है कि पूर्वोत्तर में अफस्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून) की कोई जरूरत न पड़े।
मेघालय को 2450 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
तवांग में चीन की सेना के साथ झड़प के बाद पहली बार पूर्वोत्तर पहुंचे प्रधानमंत्री ने मेघालय में 2,450 करोड़ रुपये लागत की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। शुरू की गई परियोजनाओं में न्यू शिलांग टाउनशिप में आइआइएम-शिलांग का विस्तृत परिसर और मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा व असम में 21 हिंदी पुस्तकालय शामिल हैं।