यूथ-कांग्रेस में 5 दिन में 3 लाख से ज्यादा मेम्बरशिप:27 फरवरी को पूरी होगी मेंबरशिप के साथ वोटिंग, पूनिया-सतवीर के बाद अब मूंड और सूरा भी दौड़ में

राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए 5 दिन में 3 लाख से ज्यादा मेम्बरशिप हो चुकी है। राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए मेम्बरशिप के साथ वोटिंग 28 जनवरी से शुरू हुई थी। 28 जनवरी से 1 फरवरी तक पांच दिन में 3 लाख से ज्यादा मेम्बर यूथ कांग्रेस से जुड़े हैं और इन्होंने वोटिंग भी की है। यूथ कांग्रेस के चुनाव में 27 फरवरी तक वोटिंग चलेगी।इसके बाद राजस्थान में तमाम पदों के लिए यूथ कांग्रेस के रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे।

यूथ कांग्रेस में इस बार चुनाव पिछले चुनावों से पूरी तरह अलग है। इसबार यूथ कांग्रेस का चुनाव मेम्बरशिप और उसमें खर्च होने वाले पैसे के इर्द-गिर्द घूम रहा है। ऐसे में इस बार प्रचार का उतना बड़ा रोल नहीं है जितना आमतौर पर हुआ करता था। प्रत्याशियों का फोकस मेम्बर बनाने पर है। क्याेंकि मेम्बरशिप के दौरान ही वोटर यूथ के लिए वोटिंग कर देगा। ऐसे में सभी प्रत्याशियों का फोकस मेम्बरशिप पर है।

अबतक सुरेंद्र मूंड और यशवीर सूरा प्रभावी

यूथ कांग्रेस के चुनाव को में पहले अभिमन्यू पूनिया और सतवीर चौधरी के बीच सबसे प्रमुख मुकाबला देखा जा रहा था। मगर पिछले कुछ दिनों में दो और प्रत्याशी सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा भी प्रभावी रहे हैं। 5 दिन में सुरेंद्र मूंड और यशवीर सूरा काफी एक्टिव नजर आए। दोनों ही जाट प्रत्याशी हैं। दोनों प्रत्याशी राजस्थान में किसी भी खेमे से विशेष रूप से जुड़े हुए नहीं हैं। ऐसे में अब मूंड और यशवीर भी अध्यक्ष बनने की रेस में शामिल हो गए हैं।

15 लाख के पार जा सकती है मेम्बरशिप

यूथ कांग्रेस और कांग्रेस के लोगों का मानना है कि राजस्थान में 27 जनवरी तक इस बार मेम्बरशिप 15 लाख के पार जा सकती है। ये लाखों युवा राजस्थान में यूथ कांग्रेस के लिए वोट करेंगे। इन्हीं के वोटों के आधार पर यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, 8 उपाध्यक्ष, 45 महासचिव सहित जिला स्तर के पदाधिकारी चुनें जाएंगे।

पूनिया और सतवीर अब होंगे एक्टिव

यूथ कांग्रेस के इस चुनाव के लिए पहले से ही अभिमन्यू पूनिया और सतवीर चौधरी के बीच मुकाबला माना जा रहा था। यूथ कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों ही प्रत्याशी अब एक्टिव होंगे। अभिमन्यू पूनिया जहां मुकेश भाकर के करीबी माने जाते हैं। वहीं दूसरी ओर सतवीर चौधरी आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के करीबी हैं। ऐसे में यह मुकाबला राजस्थान में गहलोत और पायलट खेमे के बीच भी देखा जा रहा है। चुनाव के लिए पूनिया ने हाल ही में एक वीडियो भी जारी किया है।